छह माह में 11 हजार लोग डायरिया से संक्रमित
दूषित जल के कारण स्वास्थ्य खतरे में

* चांदूर बाजार तहसील के अनेक गांव में हो रही दूषित जल की आपूर्ति
चांदुरबाजार/दि.30 – ग्रामीण क्षेत्रों के कई गांवों में दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है. इस दूषित पानी के कारण जिले में जलजन्य बीमारियों की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है. जनवरी से 26 जून तक छह महीनों में 11,140 लोगों को डायरिया होने की सूचना मिली है.
मई में जिले में बारिश हुई थी. इस एक महीने में 2,817 लोगों को डायरिया की शिकायत मिली थी. असमय भोजन, दूषित भोजन या पानी और कुछ दवाओं के सेवन से पेट की बीमारियाँ होती हैं. डायरिया इन्हीं बीमारियों में से एक है. यह बीमारी आमतौर पर छोटे बच्चों और किशोरों में देखी जाती है. अगर इस आयु वर्ग के बच्चों को बहुत ज़्यादा डायरिया हो जाए तो उनके शरीर में पानी की कमी हो सकती है और स्थिति गंभीर हो सकती है. जब किसी व्यक्ति को डायरिया होता है तो उसका पाचन तंत्र गंभीर रूप से प्रभावित होता है.
इससे व्यक्ति को पतला और पानी जैसा मल आता है. यह डायरिया का एक सामान्य लक्षण है और यह बहुत गंभीर नहीं है. कई लोगों को साल में कई बार डायरिया होता है. कुछ लोगों को यह समस्या अधिक गंभीर होती है और दो से तीन दिन में ठीक भी हो जाती है. जिला स्वास्थ्य विभाग ने मई में जिले में टाइफाइड के 332 मामले दर्ज किए हैं, जबकि जनवरी से जून की अवधि में 1833 मामले दर्ज किए गए हैं. टाइफाइड किसी वायरस से नहीं फैलता है और यह संक्रामक रोग नहीं है. दूषित पानी और दूषित भोजन टाइफाइड का मुख्य कारण है. इनसे परहेज़ करके और ताज़ा भोजन और साफ़ पानी पीकर इस बीमारी को रोकने में मदद मिल सकती है.
* 55 स्थानों से लिए गए जल के नमूने दूषित
जल जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांचे गए कुल पानी के नमूनों में से 21 स्थानों के पानी के नमूने दूषित पाए गए हैं, जबकि नगर निगम और नगरपालिका क्षेत्रों में 33 स्थानों के पानी के नमूने दूषित पाए गए हैं, ऐसा स्वास्थ्य विभाग ने बताया है. विभिन्न कारणों से मानसून के दौरान यह समस्या अधिक दिखाई देती है. जनवरी से जून तक के छह महीनों में 11,140 मरीजों में डायरिया की शिकायत सामने आई है. पिछले साल मेलघाट के कई गांवों में डायरिया का प्रकोप देखा गया था.





