तीन वर्षो में एसटी बसों के हादसों में 1234 की गई जान
8500 यात्री हुए घायल

* सडकों पर ब्रेक डाउन के मामले 2 लाख के पास
अमरावती/ दि. 16- सूचना का अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में भयंकर खुलासा हुआ है. जिसके अनुसार गत तीन वर्षो में राज्य पथ परिवहन निगम एमएसआरटीसी की बसों की दुर्घटनाओं में भारी वृध्दि हुई है. इतना ही नहीं तो भयावह आंकडों 1234 यात्रियों ने जान गंवा दी. वहीं 8502 यात्रियों को गंभीर चोटें आयी. एसटी बसों के हादसे बढने की जानकारी आरटीआई उत्तर में निगम ने कार्यकर्ता अभय कोलारकर को दी.
कोलारकर ने बताया कि एसटी निगम ने सूचना का अधिकार में बताया कि गत 3 वर्षो में राज्य में 1.97 लाख बसों का बीच सडक ब्रेक डाउन हुआ है. यह दर्शाता है कि सरकार एसटी बसों के रख रखाव की ओर प्रॉपर ध्यान नहीं दे रही है. उसी प्रकार हादसों के आंकडेें भी लगातार बढ रही भयंकर दुर्घटनाओं की संख्या दर्शा रहे हैं.
भयानक आंकडें
1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 दौरान एसटी बसों की दुर्घटना की 3014 घटनाएं हुई. जिसमें 2450 लोग बुरी तरह जख्मी हुए. 343 लोगों की जान चली गई. ऐसे ही 2023- 24 में हादसों की संख्या बढकर 3381 हो गई. मरनेवाले यात्रियों की संख्या भी 421 तक जा पहुंची. वहीं 2818 यात्री बुरी तरह जख्मी हो गये.
2024-25 के आंकडे और भी डरावने हैं. इस दौरान एसटी बसों की 3563 दुर्घटनाएं हुई. जिसमें 3234 यात्री गंभीर घायल हुए. वहीं मृतकों का आंकडा 470 तक हो गया. स्पष्ट है कि महाराष्ट्र में सडक हादसों का ग्राफ वर्ष दर वर्ष घटने की बजाय मानवीय चूक के कारण बढता जा रहा है. राज्य परिवहन निगम के वाहनों को क्षति का आंकडा भी सतत बढ रहा है. 2022- 23 में 64335 तो 2023-24 में 67019 हो गया था. 2024- 25 में 66552 बसेस को दुर्घटना में क्षति पहुंची है. राज्य पथ परिवहन निगम केवल सेवा प्रदाता संस्था नहीं तो राज्य की अधिकांश आबादी की सुरक्षित यात्रा का जिम्मा एसटी निगम पर है. ऐसे में आंकडों से साफ हो रहा कि एसटी निगम सुरक्षित प्रवास के ब्रीदवाक्य से दूर जा रही है.





