4 वर्षोे में 142 बाघ खोए

537 तेंदुए भी इस दौरान काल कलवित

* राज्य के आंकडे
* 29 बाघों का शिकार होने का भी दावा
नागपुर/ दि.19- चिंता बढाने वाली खबर है. महाराष्ट्र में गत 4 वर्षो में 142 बाघ और 537 तेंदुए की मौत हुई है. इनमें भी 29 बाघों को शिकारियों ने ट्रैप लगाकर मार डालने की जानकारी देते हुए बताया गया कि 11 तेंदुए का शिकार होने की आशंका है. केवल 84 बाघ गत 4 वर्षो में प्राकृतिक मृत्यु हुए. दुर्घटना, करंट के कारण भी बडे प्रमाण में बाघ और तेंदुए की जान जा रही है. यह जानकारी वन विभाग के मुख्य संरक्षक ने सूचना का अधिकार में दी है.
उन्होंने बताया कि रेलवे के कारण भी वन्य जीवों की जान जा रही है. वहीं टाइगर रिजर्व प्रकल्प रहने के बावजूद शिकारियों के मनसूबे अनेक घटनाओं में सिध्द हुए हैंं. कुछ बाघों की जान मवेशी बचाने के चक्कर में किए गये हमलों में जाने की जानकारी दी गई है. वन्यजीव कार्यकर्ता दिनेश खटे ने बताया कि रेलवे ट्रैक पार करते समय भी बाघ, तेंदुआ और अन्य जंगली जानवर हादसों के शिकार बने हैं. हाल ही में गोंदिया के पास युवा बाघ ट्रेन की टक्कर से मारा गया.
राज्य में बाघ, तेंदुए की मृत्यु
2022- 24 सितंबर 2025 तक
प्राकृतिक 84 248
कारण बाघ तेंदुआ
दुर्घटना 23 185
विद्युत प्रवाह 29 25
अनिश्चित 6 76
कुल 142 537
वर्ष बाघ तेंदुआ
2022 29 140
2023 52 138
2024 26 144
2025 35 115

Back to top button