‘लाडली बहन’ योजना का 14,298 पुरुषों ने लिया लाभ

दस्तावेजों की पडताल से उजागर हुआ मामला

* 21.44 करोड रुपयों पर मारा गया डल्ला
मुंबई/दि.26 – राज्य की महायुति सरकार द्वारा महिलाओं हेतु शुरु की गई लाडली बहन योजना का लाभ 14 हजार 298 पुरुषों द्वारा लिए जाने की सनसनीखेज जानकारी सामने आई है. इसके जरिए यह पता चला है कि, विगत 10 माह के दौरान लाडली बहन योजना के तहत पुरुषों को 21.44 करोड रुपयों का वितरण भी किया गया.
बता दें कि, राज्य सरकार द्वारा जुलाई 2024 से इस योजना का लाभ देना शुरु किया गया. परंतु इस योजना की लाभार्थी सूची में 14,298 पुरुष भी घुस गए. यह बात योजना के लाभार्थियों के दस्तावेजों को लेकर की गई पडताल में सामने आई. ऐसे में अब यह सवाल उपस्थित हुआ है कि, आखिर महिलाओं हेतु शुरु की गई इस योजना की लाभार्थी सूची में पुरुषों को किसने घुसाया और उनके दस्तावेजों की जांच-पडताल किसने की. सार्वजनिक वितरण प्रणाली में उपलब्ध रहनेवाले डेटा की पडताल करने पर और भी कई गंभीर बाते सामने आई है.
ज्ञात रहे कि, लाडली बहन योजना पर सरकार को प्रति वर्ष 42 हजार करोड रुपए खर्च करने पडते है. तत्कालिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार द्वारा राज्य में 21 वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाओं और युवतियों के लिए लाडकी बहन योजना शुरु की गई थी. जिसका विधानसभा चुनाव में महायुति को काफी अधिक फायदा हुआ था. हालांकि इस योजना के चलते राज्य सरकार के विविध विकास कामों पर बडे पैमाने में असर भी पडा था.


* अपराध दर्ज कर रकम की जाए वसूल
– राजस्व मंत्री बावनकुले ने जारी किए निर्देश
वहीं इस मामले को लेकर राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, महिलाओं हेतु चलाई जानेवाली लाडली योजना का यदि पुरुषों द्वारा लाभ लिया गया है, तो ऐसे पुरुषों के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज करने के साथ ही उनसे योजना की लाभ राशि भी वसूल की जानी चाहिए. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इस मामले को लेकर सीएम फडणवीस सहित राज्य सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि, यदि किसी गलत तरीके से इस योजना का लाभ लिया होगा, तो उन्हें अब इस योजना का लाभ देना बंद कर दिया जाएगा. वहीं अब तक दिए गए लाभ की रकम की उनसे कोई वसूल नहीं की जाएगी.
* पुरुष रहकर भी महिलाओं के नाम
एक और सनसनीखेज बात यह भी सामने आई है कि, इस योजना में 2 लाख 36 हजार 14 लाभार्थी ऐसे भी है, जिनके नामों को लेकर यह संदेह है कि, उन्होंने महिलाओं के नाम देते हुए संभवत: इस योजना का लाभ लिया है. ऐसे में उनकी जांच-पडताल करने का काम फिलहाल जारी रहने की बात सूत्रों द्वारा बताई गई है.
विशेष यह भी है कि, इस योजना का लाभ 14,298 पुरुषों द्वारा लिए जाने की बात ध्यान में आते ही अब उनके खातो में प्रति माह 1500 रुपए के मानधन को बंद कर दिया गया है. हालांकि अब यह सवाल भी उपस्थित हो रहा है कि, इस योजना हेतु पूरी तरह से अपात्र रहनेवाले पुरुषों को दी गई रकम सरकार द्वारा वापिस ली जाएगी अथवा नहीं.
* लाखों बुजुर्ग महिलाओं ने भी लिया योजना का लाभ
65 वर्ष से अधिक आयु वाली किसी भी महिला को इस योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा, ऐसा भी इस योजना के तहत नियम तय किया गया था. क्योंकि 65 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी महिला व पुरुषों को सरकार की अन्य योजनाओं के तहत आर्थिक लाभ प्रदान किया जाता है. परंतु यह नियम रहने के बावजूद 65 वर्ष से अधिक आयु वाली 2 लाख 87 हजार 803 बुजूर्ग महिलाओं द्वारा इस योजना का लाभ उठाए जाने की बात ध्यान में आई है. इन महिलाओं के बैंक खातों में विगत 10 माह तक करीब 431 करोड 70 लाख रुपए जमा हुए है. इन बुजूर्ग महिलाओं को भी अब इस योजना की लाभार्थी सूची से हटाया जाएगा. जिसके चलते सरकार के सालाना 518 करोड रुपए बचेंगे.
* 8 लाख परिवारों में 2 से अधिक महिलाओं को लाभ
किसी भी परिवार में 2 से अधिक महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा, ऐसा स्पष्ट नियम रहने के बावजूद कई परिवारों में 2 से अधिक महिलाओं द्वारा इस योजना का लाभ लिए जाने के 7 लाख 97 हजार 751 मामले सामने आए है.
– ऐसे मामलो में महिलाओं को लाभार्थी सूची से हटाने का निर्णय अब तक नहीं हुआ है. वहीं ऐसे मामलो में संबंधित महिलाओं को अब तक 1196 करोड 62 लाख रुपए का लाभ प्रदान किया जा चुका है.

 

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