शहर में 19 प्रकार की सुपारियों का कारोबार
सल्फर की भट्टियोें में पकाकर चमकाया जाता हैं

* रोजाना करोडो की सडी सुपारी की खपत
* अवैध कारोबार रोकने मकोका लगाने पर विचार
नागपुर/दि.21 – सडी सुपारी के इस्तेमाल से बनने वाले गुटखा उत्पादो पर राज्य सरकार अब पूरी तरह सख्त हो गई हैं.सरकार अवैध गुटखा व्यापार को रोकने के लिए मकोका लगाने पर विचार कर रही हैं. नागपुर में रोजाना करोडो रूपए की सडी सुपारी का अवैध कारोबार चल रहा हैें, जिसका उपयोग गुटखा, खर्रा और पान मसाला बनाने मेेें हो रहा हैं. इससे लोगों की जान से खिलवाड किया जा रहा हैं. सुत्रो के अनुसार जल्द ही ट्रांसपोर्ट सिंडीकेट के बारे में पुलिस छानबीन शुरू करेंगी कई सडी सुपारी के कारोबारी व ट्रांसपोर्ट सिंडीकेट क्राइम ब्रांच की रडार पर हैं.
* ऑपरेशन थंडर से खलबली
शहर पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल के ‘ऑपरेशन थंडर’ अंतर्गत गुटखा और सडी सुपारी के खिलाफ चलाए जा रहे हैं. अभियान में वाडी, प्रताप नगर समेत कई क्षेत्रों में कार्रवाई की गई हैैं, जहां भारी मात्रा में गुटखा और प्रतिबंधित सुंगधित तंबाकू जब्त किया गया. सूत्रों के अनुसार नागपुर में 19 से भी अधिक प्रकार की सुपारियां देश-विदेश से आयात होती हैं. इंडोनेशिया से इंडो गोट, इंडो फाली, लाली, थाइलैंड से थाई गोट, थाई फाली, म्यांमार से बर्मा गोटा, बर्मा फाली, अंदमान निकोबार से काला पानी और श्रीलंका से बी- 1, बी-2, बी-3, आपि, रास, मोती, जाम, जिनी, पचरास शामिल है. केरल- कर्नाटक से रोठा, काला गड्डा, चिकनी तथा असम गड्डा भी नागपुर पहुंच रही हैं. इनमें से कई प्रकार की सुपारियां पुरी तरह सडी हुई होती हैं. जिन्हें सल्फर की भट्टियों में पकाकर चकमदार बनाया जाता हैं.
एफडीए के अधिकारी इसके पहले जब्त सुपारी को कहां नष्ट किया गया हैं या किस गोदाम मेे रखी गई हैं. इस बारे मेें कुछ बोलनेे को तैयार नहीं हैं. सूत्रों के अनुसार नागपुर मेेें कई स्थानो पर सल्फर भट्टियां संचालित हो रही हैं. एक बोरी सुपारी पकाने के लिए 100 रूपए वसुले जाते हैं. बंटी, मौर्या, नितीन समेत कई लोग ऐसी भट्टियों का संचालन कर हैं. प्रोसेस के बाद यह चमकीली सुपारी गुटखा, मीठी सुपारी, खर्रा और अन्य तंबाकू उत्पाद बनाने वाली कंपनियोे को भेजी जाती हैं. जहां भारी मात्रा में इत्र मिलाकर इसे आकर्षक और सुगंधित बनाया जाता हैं. व्यापारी देश विदेश से आनेवाली सडी सुपारी 120 रूपए प्रति किलों खरीदते हैा और नागपुर में 400 रूपए से अधिक कीमंत पर बेचते हैं. इस अवैध व्यवसाय मे मुनीर, चामडिया, मुन्नान, राजू, इमरान, किशोर, अशपाक, अन्ना, चामडिया के कई रिश्तेदार समेत बडे-बडे कारोबारियों के नाम सुपारी मार्केट मेे चर्चा का विषय हैेे. ये जीएसटी की भारी चोरी भी कर रहे हैें. जिससे सरकार को हर माह करोडो रूपए की चपत लग रही हैं.
डी.बी स्क्वॉड की भूमिका पर सवाल
आला अफसरो को अब संबंधित थाने द्वारा कार्रवाई करने के बजाय दूसरी टीमों को तैयार करना पड रहा हैं. पारडी, वाडी, वडधामना, क्षेत्रों में सडी सुपारी के बडे गोदाम और कोल्ड स्टोरेज संचालित हैं. इसकी स्थानीय लोगों को जानकारी हैें. लेकिन संबंधित थानोें के डीबी स्क्वॉड अनभिज्ञ हैं.





