चांदूर रेलवे निगम के खजाने में 24 लाख 50 हजार रुपये जमा

109 नगरसेवक और 6 नगराध्यक्ष पदों उम्मीदवारों ने कर का भुगतान किया

चांदूर रेल्वे/दि.19 – नगर परिषद चुनाव में नगराध्यक्ष या नगरसेवक पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने वाले व्यक्ति पर कर बकाया नहीं होना चाहिए, यह शर्त है. इसलिए, चुनाव की पृष्ठभूमि पर, इच्छुक उम्मीदवारों ने अपने-अपने भवनों का संपत्ति कर चुका दिया है. इसके चलते चुनाव के एक सप्ताह के भीतर ही नगर पालिका के खजाने में कुल 24 लाख 62 हजार 522 रुपये जमा हो गए हैं. यह राशि नगर परिषद चुनाव के मुहाने पर कुल 375 संपत्ति मालिकों से वसूल की गई है. नगर परिषद चुनाव के चलते पिछले कुछ वर्षों के संपत्ति कर बकाया की वसूली की जा रही है.
नगर पालिका ने पहले भी कर वसूली के लिए अभियान चलाया पर था नागरिकों कर के पैसे नही भरे लेकिन अब, नागरिक स्वयं ही नगर पालिका कार्यालय में संपत्ति कर जमा करने आ रहे हैं. जिससे यह चुनाव नगर प्रशासन के लिए फायदेमंद रहा है. नगर पालिका में पार्षद और नगराध्यक्ष पदों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 10 नवंबर से शुरू हो गई थी. यह प्रक्रिया सोमवार, 17 नवंबर को समाप्त हो गई. इस प्रकार, इस सप्ताह के दौरान नगर निगम के खजाने में अच्छी-खासी धनराशि जमा हुई.
* सात दिनों में वसूले गए बकाया संपत्ति कर
नगरपालिका चुनाव के चलते सभी प्रकार के कर की राशि वसुली गई जिसमें संपत्ति कर राशि 13 लाख 65 हजार 231 रुपये और नगर पालिका के व्यापार संकुलन व्यावसायिक परिसर के कर के 5 लाख 20 हजार 719 रुपये हैं. इसके अलावा, पानी के टैक्स के रूप में 5 लाख 76 हजार 572 रुपये वसूले गए. वहीं, स्वच्छता प्रमाण पत्र के लिए 45,900 रुपये वसूले गए और ऑफलाइन फॉर्म भरने वाले उम्मीदवारों ने आवेदन शुल्क के रूप में 3,400 रुपये अलग से वसूले.
* वार्ड 2 से सबसे ज्यादा, 3 में कोई नहीं
उम्मीदवारों को कर का भुगतान करना अनिवार्य है. इसी क्रम में, वार्ड क्रमांक दो से सबसे ज्यादा 2 लाख 8 हजार 196 रुपये का कर वसूला गया है. वहीं, वार्ड क्रमांक तीन से एक भी रुपये का भुगतान नहीं किया गया है. किसी भी उम्मीदवार को समय पर कर का भुगतान नहीं करना पडा. इसका मतलब है कि उन्होंने पहले ही समय पर कर का भुगतान कर दिया था.

संपत्ति धारकों ने खुद से जमा करवाया टैक्स
नगरपालिका चुनाव लाभदायक साबित हुआ, क्योंकि 17 नवंबर तक नगर निगम के खजाने में 23 लाख 84 हजार 855 रुपये जमा हुए. संपत्ति कर के साथ-साथ, जल कर, स्वच्छता कर, वृक्ष कर, शिक्षा कर की राशि भी संबंधित करदाताओं खुद से जमा करवाई. मूलतः, संपत्ति कर की राशि में ये सभी उपकर शामिल होते हैं. इसलिए, चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों द्वारा सभी प्रकार के करों का भुगतान किया गया है.
-सुप्रिया टवलारे, मुख्य अधिकारी,
चांदूर रेल्वे न.प.

 

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