11 माह में 2551 लोगों को सर्पदंश

रबी सत्र में खेत में काम करते समय किसानों को सतर्कता बरतना जरूरी

* उपचार के दौरान 17 लोगोें की मौत
* जिला अस्पताल प्रशासन की जानकारी
अमरावती/दि.16 – जिले में जनवरी से नवंबर इस 11 माह की कालावधि में 2551 नागरिकों को सांप काटने की घटना घटित हुई. शासकीय अस्पताल में उपचार के लिए आए मरिजों की यह आंकडेवारी हैं. इसमें समय पर उपचार न मिलने से 17 लोगों को अपनी जान गंवानी पडी है. इस कारण किसानों को खेत में काम करते समय सावधानी बरतना काफी आवश्यक हैं.
सर्पदंश की सर्वाधिक घटना ग्रामीण क्षेत्र की हैं. मानसून शुरू होने के बाद विशेषत: किसान, खेतिहर मजदूर और तालाब के पास रहनेवाले नागरिकों को इसका खतरा अधिक रहता हैं. बारिश के दिनों में चूहे, मेंढक जैसे खाद्य की तलाश में सांप मनुष्य की बस्ती के पास आते है. रात के समय अंधेरा, गिलापण, पैर में चप्पल का इस्तेमाल न करना और गाजरघास या नमीवाली जगह पर हलचल करना यह सर्पदंश बढने के प्रमुख कारण हैं. फिलहाल रबी सत्र शुरू है. किसानों को खेत में जाते समय विशेष सावधानी बरतना आवश्यक है. स्वास्थ्य विभाग ने सर्पदंश के बाद तत्काल समीप के शासकीय अस्पताल में जाकर समय पर उपचार लेने का आवाहन किया हैं. देरी होने पर जान को खतरा बढ सकता है. परिसर की घास और कचरा साफ रखना, रात को टॉर्च का इस्तेमाल करना और पैर में बुट पहनना आदि सावधानी आवश्यक हैं.

* जिला अस्पताल में 1255 मरिजों पर उपचार
सर्पदंश होने के बाद उपचार के लिए सर्वाधिक 1255 मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हुए है. इसमें हालत गंभीर रहने से 13 लोगों की मृत्यु होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी है. इसी तरह चुर्णी ग्रामीण अस्पताल, चांदुर बाजार उपजिला अस्पताल, धारणी उपजिला अस्पताल और धामणगांव रेलवे के ग्रामीण अस्पताल में भी प्रत्येकि एक मरीज की सर्पदंश से मृत्यु हुई हैं.

776 नागरिकों को बिच्छू का दंश
सर्पदंश के साथ जिले में बिच्छू के भी काटने की घटना घटित हुई है. जिले में 11 माह में 776 लोगों को बिच्छू काटे जाने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी हैं. इसमें तत्काल उपचार मिलने से किसी की मृत्यु नहीं हुई हैं. बिच्छू दंश पर सर्वाधिक उपचार लेनेवाले मरिजों की संख्या अंजनगांव सुर्जी ग्रामीण अस्पताल की है. जबकि चांदुर रेलवे ग्रामीण अस्पताल में भी 111 मरिजों पर उपचार हुआ हैं.

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