गाज की चपेट में आकर 4 की मौत

मृतकों में मां-बेटे का भी समावेश

* धापेवाडा व धामणगांव शिवार की घटना
नागपुर /दि.28 – जिले के धापेवाडा व धामणगांव शिवार परिसर में आसमानी गाज की चपेट में आने की वजह से 4 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में मां-बेटे सहित एक खेतीहर मजदूर महिला व एक युवक का समावेश है. इस घटना के चलते पूरे परिसर में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त है. मृतकों के नाम वंदना प्रकाश पाटिल (39), ओम प्रकाश पाटिल (22), निर्मला रामचंद्र पराते (65, तीनों वार्ड क्रमांक 3, धापेवाडा, तह. कलमेश्वर) तथा सागर पंढरी जुमडे (27, धामणगांव शिवार, तह. मौदा) बताए गए है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक धापेवाडा खेत परिसर में प्रकाश शंकर पाटिल का खेत है. जहां पर प्रकाश की पत्नी वंदना व बेटे ओम के साथ निर्मला पराते नामक खेतीहर मजदूर महिला सहित अन्य 4 महिलाएं पर्‍हाटी को खाद डालने का काम कर रहे थे. इस समय यह तीनों लोग खेत के बिचोबिच थे. वहीं अन्य 4 महिलाएं खेत के किनारे मौजूद थी, तभी दोपहर 3.30 बजे के आसपास बारिश शुरु हो गई और जोरदार गडगडाहट के साथ आसमानी गाज खेत के बिचोबिच मौजूद तीनों लोगों पर आकर गिरी. जिसके चलते बुरी तरह से झुलस जाने की वजह से तीनों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं अन्य 4 महिलाएं बाल-बाल बच गई. इस घटना की जानकारी मिलते ही गांववासियों सहित राजस्व एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी तुरंत ही मौके पर पहुंचे.

* परिवार में संस्कृति रह गई अकेली
पता चला है कि, प्रकाश शंकर पाटिल का एक साल पहले ही कैंसर के चलते निधन हो गया था. जिन्हें ओम व संस्कृति नामक दो संताने है. प्रकाश पाटिल के निधन पश्चात उनकी पत्नी वंदना पाटिल अपने दोनों बच्चों का पालनपोषण करते हुए खेतीबाडी का काम भी संभाला करती थी. ओम पाटिल फेटरी स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढा करता था. वहीं छोटी बहन संस्कृति पाटिल कलमेश्वर की नप शाला में कक्षा 9 वीं की छात्रा है. एक वर्ष पहले अपने पिता को खो देने के बाद अब संस्कृति पाटिल की मां वंदना पाटिल व भाई ओम पाटिल की भी आसमानी गाज की चपेट में आकर मौत हो गई है. जिसके चलते अब संस्कृति पाटिल अपने घर में अकेली रह गई है.

* गणपति स्थापना का काम रह गया अधूरा
जानकारी यह भी मिली है कि, वंदना पाटिल द्वारा प्रति वर्ष अपने घर में गणेश चतुर्थी पर गणेश प्रतिमा की स्थापना की जाती थी. जिसके चलते गत रोज ओम पाटिल गणेश मूर्ति लाने हेतु कलमेश्वर गया था. जहां से वह दोपहर 2 बजे मूर्ति लेकर अपने घर लौटा और तुरंत ही मां को खेतीबाडी के काम में मदद करने हेतु खेत में पहुंच गया. खेतो में खाद देने का काम पूरा होने के उपरांत पाटिल परिवार द्वारा शाम के वक्त अपने घर में गणेश मूर्ति की स्थापना की जानी थी. लेकिन उससे पहले ही दोनों मां-बेटे की आसमानी गाज की चपेट में आकर मौत हो गई.
* पेड के नीचे आसरा लेना पडा जान पर भारी
उधर बुधवार की शाम सागर जुमडे नामक युवक कढोली से धामणगांव की ओर आ रहा था. लेकिन गांव के पास पहुंचते ही अचानक जोरदार बारिश शुरु हो गई. ऐसे में सागर जुमडे ने रास्ते के किनारे स्थित पेड के नीचे बारिश से बचने हेतु आसरा लिया. परंतु तभी जोरदार गडगडहट के साथ आसमानी गाज उसी पेड पर आकर गिरी, जिसकी चपेट में आकर सागर बुरी तरह से झुलस गया और गंभीर रुप से घायल हुआ. पश्चात परिसर के लोगों ने सागर को तुरंत ही इलाज हेतु प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में पहुंचाया, परंतु तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. इन दोनों घटनाओं के चलते धापेवाडा व धामणगांव परिसर में अच्छे-खासे शोक की लहर व्याप्त है.

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