राज्य में 4 साल में 43 हजार नवजात की मौत

सूचना अधिकार में उजागर हुई सच्चाई

अमरावती/दि.2 – राज्य में शिशु, जन्मजात और बाल मृत्यु दर व माता मृत्यु दर को रोकने के लिए सरकार करोडों रूपए खर्च करती हैं. अप्रैल 2022 से 2025 तक 4 साल की अवधि में महाराष्ट्र में 43 हजार 662 शिशुओ (0 ने 1 वर्ष) और 7 हजार 385 बच्चो (1 से 5 वर्ष) की मौत होने की बात सामने आयी है. जनवरी से 31 अक्तूबर 2025 के बीच राज्य में 599 माता मृत्यु दर्ज की गई है.
माहाराष्ट्र में शिशू और माता मृत्यु दर को रोकने के लिए राज्य सरकार द्बारा कई तरह के प्रयास किए जाने के दावे किए जा रहे है. हालांकि इसके बावजूद शिशु और बाल मृत्यु दर के आकडे लगातार बढ रहे है. राज्य में माता मृत्यु दर के आंकडे भी चिंताजनक है. 1 जनवरी से 31 मार्च 2023 तक तीन महिनों में 232 माताओं की मृत्यु हुई थी. वर्ष 2023 से 2024 में यह संख्या 1131 थी. सूचना अधिकार कार्यकर्ता अभय कोलारकर, के अनुसार वर्ष 2024 से 2025 में 1106 माता मृत्यु दर्ज की गई और जनवरी से 31 अक्तूबर 2025 के बीच 599 माता मृत्यु दर्ज की गई.
11840 बालकों को हृदय दोष
इन चार वर्षों की कालावधि में राज्य में 11840 बालकों को हृदय दोष रहने का निदान हुआ. इनमें से 11336 बालकों पर सफल शस्त्रक्रिया की गई हैं. हृदयदोष वाले बालकोंं की आंकडेवारी में अप्रैल 2022 से मार्च 2023 में 4161, अप्रैल 2023 से मार्च 2024 में 3435, अप्रैल 2024 से मार्च 2025 में 3226 और अप्रैल 2025 से सितंबर 2025 में 1018 बालकों का समावेश है.

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