नौकरी का झांसा देकर हडपे 5 लाख रुपए

चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

अमरावती /दि.12 – आए दिन नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों को ठगने के मामले लगातार सामने आ रहे है. इसके बावजूद लोग आज भी तकनीकी युग में आंखे बंद कर किसी पर भी विश्वास कर लाखों रुपए बिना किसी जांच- पडताल के दे रहे है, ऐसी ही एक चौंकानेवाला मामला अमरावती के जिला परिषद में नौकरी लगाने के नाम पर ठगने का सामने आया है.
जानकारी के मुताबिक अमरावती के शांति सदन कॉलोनी रोड निवासी शिकायतकर्ता निशांत विजय पाटने को जिला परिषद में कनिष्ठ लिपिक पद पर नौकरी लगाने के नाम पर चार आरोपियों ने 8 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है. जिसके चलते गाडगे नगर पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. आरोपियों में अमरावती निवासी अभिजीत गजानन कालमेघ, शिवनी निवासी अक्षय गजानन चर्जन, बडनेरा निवासी गुरबच्चन सिंह वावरी (45), साई नगर निवासी तेजिंदर जुनेजा (49) का समावेश है. इन आरोपियों ने निशांत पाटने को जिला परिषद में कनिष्ठ लिपिक पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 8 लाख रुपए से ठग लिया. दर्ज शिकायत के अनुसार सबसे पहले 8 लाख रुपए की मांग की गई. जहां आरोपियों ने शिकायतकर्ता से 31 जनवरी 2025 को 40 हजार रुपए सबसे पहले एडवांस के रूप में लिए. उसके बाद 8 जनवरी 2025 को गुरूबच्चन सिंग बावरी को फिर से 15 हजार रुपए दिए गए. बाद में 20 जनवरी 2025 को फिर से तेजिंदर सिंग ने 75 हजार रुपए मांगे, वह भी शिकायतकर्मा ने दे दिए. फिर 45 दिनों बाद अभिजित कालमेघ ने 7 अप्रैल 2025 को जिला परिषद कार्यालय के सामने शिकायतकर्ता पाटने को बुलाकर फर्जी नियुक्ति के आदेश दिए और एक सप्ताह के बाद जिला परिषद कार्यालय में नौकरी के अधिकृत आदेश मिलने अथवा शिकायतकर्ता से प्रशासन द्बारा संपर्क किए जाने की बात कही. निशांत पाटने ने जिला परिषद में जाकर इस बाबत जांच पडताल की तब नियुक्ति पत्र फर्जी रहने का पता चला. अपने साथ जालसाजी होने का पता चलते ही निशांत पाटने ने 11 सितंबर को गाडगे नगर थाने में शिकायत दर्ज की. शिकायत में बताया गया है कि उसने चारों आरोपियों को 8 लाख रुपए दिए थे. इनमें से 3 लाख रुपए उसे वापीस मिले है लेकिन 5 लाख रुपए का दिया हुआ धनादेश बाउंस हो गया. पुलिस ने चारोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है.

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