संभाग में कक्षा 11 वीं की 72 हजार सीटे रिक्त
अब तक 1,18,725 विद्यार्थियों ने लिया प्रवेश

* 15 अगस्त से शुरु होगा प्रवेश हेतु विशेष राऊंड
अमरावती/दि.12 – कक्षा 11 वीं की प्रवेश प्रक्रिया के तहत अमरावती संभाग में इस वर्ष बड़ी संख्या में सीटें खाली रह गई हैं. अब तक कुल 1,91,075 सीटों में से ‘कोटा’, ‘सीएपी’ और ‘ओपन टू ऑल’ राउंड के माध्यम से 1,18,725 छात्रों ने प्रवेश लिया है, जबकि अभी भी 72,350 सीटें खाली हैं. कला, वाणिज्य और विज्ञान शाखा के जिन विद्यार्थियों का अब तक प्रवेश नहीं हुआ है, उनके लिए 15 अगस्त से 17 अगस्त तक विशेष चरण का आयोजन किया गया है. इस विशेष चरण की मेरिट सूची 19 अगस्त को जारी होगी और 20 अगस्त तक विद्यार्थियों को संबंधित उच्च माध्यमिक या कनिष्ठ महाविद्यालय में प्रवेश सुनिश्चित करना होगा, ऐसी जानकारी 11वीं प्रवेश प्रक्रिया के समन्वयक प्रो. अरविंद मंगले ने दी. उन्होंने कहा कि सभी शाखाओं में पर्याप्त सीटें उपलब्ध हैं.
बता दें कि, अमरावती संभाग के कला, वाणिज्य और विज्ञान शाखा के कनिष्ठ महाविद्यालयों की कुल प्रवेश क्षमता 1,91,075 सीट है. जिसमें से इस समय तक कोटा, कैप व ओपन टू ऑल राऊंड के जरिए 1 लाख 18 हजार 725 सीटों पर विद्यार्थियों के प्रवेश हो चुके है. वहीं 72,350 सीटें अब भी रिक्त है. जानकारी के मुताबिक अमरावती जिले के महाविद्यालयों की 42,180 सीटों में से 21,352, अकोला जिले के महाविद्यालयों की 37,475 सीटों में से 26,922, बुलढाणा जिले के महाविद्यालयों की 47,000 सीटों में से 30,365, वाशीम जिले के महाविद्यालयों की 24,000 सीटों में से 15,011 तथा यवतमाल जिले के महाविद्यालयों की 40,130 सीटों में से 25,075 सीटों पर प्रवेश हो चुके है. जिसमें से कला शाखा में 45,179, वाणिज्य में 9,634 और विज्ञान में सर्वाधिक 63,912 सीटों पर प्रवेश हुए हैं, जिससे कुल 1,18,725 सीटों पर छात्रों का नामांकन हुआ है.
बता दें कि, इस वर्ष पहली बार राज्यभर में 11वीं प्रवेश के लिए केंद्रीकृत प्रवेश प्रक्रिया के तहत राउंड आयोजित किए गए. तकनीकी कारणों से यह प्रक्रिया कई बार बाधित हुई. इस साल शालेय शिक्षा विभाग ने 10वीं की परीक्षा समय से पहले लेकर 13 मई को परिणाम घोषित किया था. इसके बाद 19 मई से 11वीं प्रवेश की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की गई थी. 19 और 20 मई को अभ्यास सत्र आयोजित करने के बाद 21 मई से वास्तविक छात्र पंजीकरण शुरू होना था, लेकिन यह प्रक्रिया वास्तव में 26 मई से शुरू हुई. प्रवेश का टाइमटेबल सात-आठ बार बदला गया. चार राउंड आयोजित किए गए, लेकिन इस वर्ष विद्यार्थियों का रुझान इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रमों की ओर अधिक रहा.





