रेलवे उडानपुल के दोनों ओर बनेगी 8 फीट की उंची दीवार
पक्की बैरिकेटिंग से मुक्कमल तौर पर बंद किया जाएगा आरओबी

* एक-दो माह के भीतर पुल को तोडने की कार्रवाई होगी शुरु
* पीडब्ल्यूडी, पुलिस व मनपा के अधिकारियों ने पुल का किया संयुक्त मुआयना
अमरावती /दि.26- पुराने, जर्जर व खस्ताहाल हो चुके राजकमल चौक से रेलवे स्टेशन की ओर आनेवाले रेलवे उडानपुल को तमाम तरह के वाहनों सहित पैदल राहगिरों की आवाजाही के लिहाज से बंद करने के साथ ही अब यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि, इस उडानपुल पर किसी भी सूरत में कोई भी व्यक्ति प्रवेश न कर पाए. जिसके लिए किए जानेवाले ऐहतियाती इंतजामों के तहत शहर पुलिस, सार्वजनिक लोकनिर्माण व मनपा के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आज इस रेलवे पुल का संयुक्त रुप से मुआयना व दौरा करते हुए निर्णय लिया गया कि, रेलवे उडानपुल पर दोनों ओर जिन जगहों पर इस समय शहर पुलिस की ओर से बैरिकेटिंग लगाई गई है, उन्हीं जगहों पर करीब 6 से 8 फीट उंची सीमेंट कांक्रीट की पक्की दीवार खडी कर दी जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति उन जगहों से आगे बिल्कुल भी जा न सके. साथ ही साथ उडानपुल के दोनों ओर 24 घंटे पुलिस का पहरा लगाए रखने की जरुरत भी न पडे.
बता दें कि, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग द्वारा एक ‘थर्ड पार्टी’ एजेंसी के जरिए करवाए गए ‘स्ट्रक्चरल ऑडीट’ की रिपोर्ट के आधार पर खुद सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग ने शहर पुलिस के नाम पत्र जारी करते हुए राजकमल चौक से रेलवे स्टेशन की ओर आनेवाले रेलवे उडानपुल से सभी तरह के वाहनों की आवाजाही सहित पैदल राहगिरों के आने-जाने को प्रतिबंधित करते हुए उडानपुल को आवागमन हेतु पूरी तरह से बंद करने की बात कही थी. यहां यह उल्लेखनीय है कि, इससे पहले मिली प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर इस उडानपुल को विगत माह ही भारी वाहनों की आवाजाही के लिए बंद करवाया गया था. वहीं अब 23 अगस्त को मिली दूसरी रिपोर्ट के आधार पर इस रेलवे उडानपुल को सभी तरह के वाहनों सहित पैदल राहगिरों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया. इस रेलवे उडानपुल को बंद करने के संदर्भ में शहर पुलिस द्वारा विगत 24 व 25 अगस्त की दरम्यानी रात अचानक ही निर्णय लिए जाने के बाद कल फैसले पर अमल के पहले दिन शहर में यातायात की अच्छी-खासी समस्या पैदा हो गई थी और वाहनों की आवाजाही को लेकर अफरातफरी वाला माहौल रहा. जिसके चलते आज शहर पुलिस सहित सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग व मनपा के अधिकारियों के संयुक्त दल ने रेलवे उडानपुल का मुआयना करने के साथ ही शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने हेतु तमाम आवश्यक उपायों पर भी विचारविमर्श किया. जिसके तहत इर्विन चौक से राजापेठ की ओर जानेवाले फ्लाईओवर सहित विभिन्न चौक-चौराहों का वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मुआयना किया गया.
आज मनपा, सार्वजनिक लोकनिर्माण व शहर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के संयुक्त पथक में शहर पुलिस के सहायक पुलिस आयुक्त संजय खताले, मनपा उपायुक्त नरेंद्र वानखडे व सहायक आयुक्त भूषण पुसतकर तथा सार्वजनिक लोकनिर्माण के अभियंता श्रीकृष्ण गोमकाले सहित अन्य कुछ अधिकारियों का समावेश रहा. इस संयुक्त पथक ने रेलवे स्टेशन व हमालपुरा की ओर वाले रेलवे उडानपुल के हिस्से पर पहुंचते हुए हालात का जायजा लिया. चूंकि अब भी कई वाहन चालक रेलवे उडानपुल पर लगाई गई बैरिकेटिंग को हटाकर दूसरी ओर जाने का प्रयास करते है. साथ ही कई पैदल राहगिरों द्वारा बैरिकेटिंग को लांघने का प्रयास किया जाता है. यह बात रेलवे आरओबी पर सुरक्षा हेतु तैनात पुलिस एवं होमगार्ड कर्मियों के जरिए पता चलते ही वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निर्णय लिया गया कि, रेलवे उडानपुल पर दोनों ओर जिन जगहों पर इस वक्त बैरिकेटिंग की गई है, उन स्थानों पर 6 से 8 फीट उंची सीमेंट कांक्रीट की पक्की दीवार खडी कर दी जाए, ताकि उस स्थान से किसी के भी आगे बढने की कोई गुंजाईश ही न रहे.
इस समय वरिष्ठ अधिकारियों के संयुक्त पथक के बीच हुई चर्चा में यह बात भी सामने आई कि, फिलहाल सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग द्वारा इस बारे में राज्य सरकार के साथ लगातार संपर्क बनाए रखते हुए पत्राचार किया जा रहा है और राज्य सरकार की ओर से हरी झंडी मिलते ही आगामी एक-डेढ माह के भीतर रेल प्रशासन का सहयोग प्राप्त करते हुए मौजूदा रेलवे उडानपुल को गिराने की कार्रवाई शुरु की जाएगी.
* अचानक नहीं लिया गया निर्णय, दो माह से चल रहा था विमर्श
इस समय जब दैनिक अमरावती मंडल के प्रतिनिधि ने रेलवे उडानपुल का मुआयना कर रहे तीनों महकमों के प्रमुख अधिकारियों से यह जानने का प्रयास किया कि, आखिर ऐन त्यौहारी सीजन के समय इतने आनन-फानन में रेलवे उडानपुल को बंद करते हुए आम नागरिकों को आवाजाही के लिहाज से भारी मुश्किलो में डालनेवाला निर्णय अचानक क्यों लिया गया, तो सहायक पुलिस आयुक्त संजय खताले व पीडब्ल्यूडी के अभियंता गोमकाले ने कहा कि, यह निर्णय बिल्कुल भी आनन-फानन में और अचानक नहीं लिया गया है, बल्कि 62 वर्ष पुराने रेलवे उडानपुल को जर्जर व खस्ताहाल हो जाने के चलते आवाजाही के लिहाज से बंद करने के बारे में विगत करीब दो माह से विचारविमर्श किया जा रहा था. साथ ही पुल को अचानक बंद कर देने से नागरिकों को होनेवाली तकलिफों के मद्देनजर ही विगत माह इसे केवल भारी वाहनों की आवाजाही के लिए प्रतिबंधित किया गया था. लेकिन इसके बाद सामने आई दूसरी रिपोर्ट से जैसे ही यह स्पष्ट हुआ कि, यह रेलवे उडानपुल अब किसी भी तरह के वाहनों की आवाजाही के लिहाज से खतरनाक हो चुका है और यहां पर कभी भी किसी बडे हादसे के घटित होने का अंदेशा है, तो वैसे ही संबंधित महकमों के साथ एक-दो दौर की चर्चाएं करते हुए 24 व 25 अगस्त की दरम्यानी रात 12 बजे से इस पुल को हर तरह के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया, ताकि जानोमाल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
* राजापेठ आरओबी व इर्विन फ्लाईओवर पर बढाई जाएगी डिवायडरों की लंबाई
रेलवे उडानपुल को बंद करने के साथ ही विगत दो दिनों से राजापेठ रेलवे उडानपुल सहित राजापेठ पुलिस स्टेशन से इर्विन की ओर जानेवाले फ्लाईओवर पर वाहनों की संख्या अच्छी-खासी बढ गई है. साथ ही कई वाहन चालक फ्लाईओवर पर रहनेवाले ट्रैफिक जाम से बचने हेतु शॉर्टकट मारने के चक्कर में अपने वाहन ‘राँग साईड’ भी चलाते है. इस बात को ध्यान में रखते हुए शहर पुलिस, अमरावती मनपा व सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रुप से विचारविमर्श कर निर्णय लिया कि, राजापेठ रेलवे उडानपुल तथा राजापेठ से इर्विन की ओर आनेवाले फ्लाईओवर के शुरुआती छोर पर बनाए गए रोड डिवायडरों की लंबाई को बढाया जाए, साथ ही दोनों फ्लाईओवरों पर रोड डिवायडर की मार्कींग सुनिश्चित की जाए. ताकि फ्लाईओवर पर किसी भी तरह से ट्रैफिक जाम वाली स्थिति न बने. साथ ही साथ कोई भी वाहन चालक अपने वाहनों को ‘राँग साईड’ लेकर न जा सके.
* मर्च्युरी टी पॉइंटका डिवायडर तोडकर नहीं खुलेगा रास्ता
यहां यह भी विशेष उल्लेखनीय है कि, रेलवे स्टेशन से इर्विन चौक की ओर जानेवाले रास्ते को इर्विन अस्पताल के पास पंजाबराव देशमुख बैंक के सामने रोड डिवायडर डालकर बंद कर दिया गया है. जिसके चलते इस स्थान को मर्च्युरी टी पॉइंट कहा जाता है. जो पहले एक चौराहे की तरह था, परंतु उस स्थान पर कई सडक हादसे घटित होने के चलते उस जगह पर सडक को रोड डिवायडर डालते हुए बंद करने का निर्णय लिया गया था. परंतु कल जब राजापेठ से इर्विन चौराहे की ओर आनेवाले फ्लाईओवर सहित मालवीय चौक से इर्विन चौराहे की ओर आनेवाली सडक पर वाहनों की अच्छी-खासी लंबी कतार लगी. जिसमें से कई वाहनों को इर्विन चौराहे से यू-टर्न लेते हुए मर्च्युरी टी पॉइंट होकर रेलवे स्टेशन की ओर जाना पडा, तो यह संभावना जताई गई कि, संभवत: मौजूदा स्थिति से निपटने हेतु मर्च्युरी टी पॉइंट के रोड डिवायडर को हटाते हुए उस रास्ते को दुबारा खोलने के बारे में निर्णय लिया जाएगा. इसे लेकर प्रस्तुत प्रतिनिधि द्वारा सवाल पूछे जाने पर शहर पुलिस एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि, फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है और ऐसी कोई संभावना भी नहीं है. क्योंकि इस स्थान पर सामान्य हालात वाले दिनों के समय ही कई बडे हादसे घटित हो चुके है. जिनमें कई लोगों की जाने भी जा चुकी है. ऐसे में यदि मौजूदा भीडभाड वाले समय के दौरान मर्च्यूरी टी पॉइंट वाले रोड डिवायडर को हटाकर रास्ता खोला जाता है, तो इस जगह पर गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है. ऐसे में इसे खोलने की बजाए यातायात को सुचारु रखने के संबंधित अन्य उपायों के बारे में विचारविमर्श किया जाएगा.





