मुख्यमंत्री सौर उर्जा के जिले में 89 प्रकल्प
तीन प्रकल्प पूर्ण, किसानों को कृषि के लिए दी जाएगी बिजली

* वर्ष 2026 में यह सभी प्रकल्प पूर्ण होने की संभावना
* महावितरण के सब स्टेशन के आसपास खडे किए जा रहे है प्रकल्प
अमरावती/दि.22 – प्रधानमंत्री सुर्यघर मुफ्त बिजली योजना, चाहिए उसे सौर कृषि पंप के बाद मुख्यमंत्री कृषि सौर उर्जा योजना अमरावती जिले में लागू की गई है. मुख्यमंत्री सौर उर्जा योजना जिले में वर्ष 2026 में पूर्ण होने की संभावना है. इस योजना के 89 प्रकल्प जिले में है. इनमें से तीन प्रकल्प पूर्ण हो चुके है. यह सभी प्रकल्प महावितरण के आसपास खडे किए जा रहे है. इन प्रकल्पों की निविदा प्रक्रिया पहले ही पूर्ण हो चुकी है. इन प्रकल्पों से किसानों को कृषि के लिए बिजली दी जानेवाली है.
अमरावती जिले में प्रधानमंत्री सुर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत 13171 ग्राहक सबसीडी पर ग्राहकों के मकानों के छत पर पैनल बैठाए जाते है. इन ग्राहकों से 55408 किलो वैट बिजली तैयार होती है. इनमें से अमरावती शहर में 8893 ग्राहक है. अन्य ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहक है. इसी तरह की दूसरी योजना किसानों के लिए चाहिए उसे सौर कृषि पंप योजना है. कृषि के लिए अब महावितरण ने विद्युत पोल पर से नए कनेक्शन देना बंद कर दिया है. उसकी बजाय अब चाहिए उसे सौर कृषि पंप योजना के तहत कनेक्शन दिए जाते है. इस योजना में एससी-एसटी को 95 फीसद और अन्यों को 90 फीसद सबसिडी है. इस योजना का लाभ लेने पर किसानों को खेतों में निर्माण होनेवाली बिजली समस्या से निजात मिलती है और दिन में भी किसानों को बिजली आपूर्ति मिलती है. महावितरण का भी किसानों को दिन में भी बिजली आपूर्ति देने का मकसद है. इस योजना के बाद गांव-गांव में किसानों को खेतों में बिजली पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री सौर उर्जा योजना शुरू की गई. इसके लिए महावितरण ने ऑनलाइन निविदा बुलवाई थी. जिले में ऐसे 89 प्रकल्प होनेवाले है. इनमें से पांच मेगावैट का माहुली जहांगीर में सौर प्रकल्प तथा उसल गव्हाण व जलगांव मंगरूल में प्रत्येकि 6 मेगावॅट क्षमता के 2 सौर प्रकल्प तैयार किया गए है. यह देवगांव व मंगरूल दस्तगिर उपकेंद्र अंतर्गत आते है. मुख्यमंत्री कृषि सौर योजना यह आगामी 2026 में पूर्ण होने की संभावना है.
* इन गांवों में होगे प्रकल्प
मुख्यमंत्री सौर उर्जा योजना के 89 प्रकल्प जिले के जीन गांवों में निर्माण होनेवाले है उनमें शिरजगांव कसबा, माहुली जहांगिर, शिराला, निंभारी, देवगांव, पापड, तिवसा , मोझरी, मंगरूल दस्तगिर, जवला कुरल, डाबका, बेनोडा, कडाव, नारगावंडी, लोणी, घुईखेड, मालखेड, मार्डी, पलसापुर, काकडा, मंगरूल चवाला, गायवाडी, जमतल, दर्यापुर, लेहगांव, धामणगांव, असदपुर, कापुसतलनी, जनूना, लाखनवाडी, ढगा, राजूरा बाजार, गोंडवाडी, ढाकरमल, येवदा, सर्फापुर, भिवकुंडी पाला, मेघनाथपुर, सुलतानपुर, खोलापुर, राजूरा, नांदगांव पेठ, ब्राम्हणवाडा पाठक, चिखलदरा, रामतीर्थ, खल्लार, चिंचोली, मोर्शी, राजूरवाडी, तलेगांव , वरखेड, गादेगांव, शेंदूरजना घाट, बारगांव, धारणी, तोंडगांव, खरपी, भातकुली, पथ्रोट, लखड, पांढरी, माधान, अंजनसिंगी, टेंबुरखेडा, पुसला, हिवरखेड, कारला, नांदगांव खंडेश्वर, चांदुर रेलवे, शेंदूरजना माहुरे, कुर्हा, चांदसवाठोडा, अंजनगांव बारी, खेड, भैसदेवी, चिंचोना, हरम, रासेगांव, घाटलाडकी, नर्सरी, आमला, भंडारज आदि गांव का समावेश है. इन सभी गांवों के मुख्यमंत्री सौर उर्जा प्रकल्प सबस्टेशन के आसपास होगे. किसानों को खेती के लिए यहां से बिजली दी जानेवाली है.
* नई मॉडल सोलर विलेज योजना
महाउर्जा की मॉडल सोलर विलेज योजना है. यह योजना 5 हजार से अधिक आबादी वाले गांव के लिए है. गांव की ही लोग इस योजना के स्पर्धक रहेगे. सोलर के जरिए ही बिजली का उत्पादन होगा. कुर्हा गांव इस योजना के तहसत मॉडल सोलर विलेज हो जाएगा. उसे 1 करोड रूपए का पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा. इसके लिए हर घर में सौर उर्जा रहना जरूरी होगा.





