रास्ते भी खोल रहे मान्सून पूर्व कामों की पोल
कई कच्ची सडकों पर गढ्ढे और किचड का साम्राज्य

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हालात सुधारने करना होगा 1 करोड का खर्च
अमरावती/दि.28 – प्रति वर्ष बारिश का मौसम शुरू होने पर शहर की कई रिहायशी बस्तियों की कच्ची सडकों के खराब होने की जानकारी सामने आती है और प्रतिवर्ष मान्सून पूर्व कामों के तहत इन सडकों पर प्रशासन द्वारा करोडों रूपयों का खर्च किया जाता है. किंतु बावजूद इसके प्रतिवर्ष हालात बारिश के मौसम में समसमान ही रहते है. यहीं स्थिति इस बार भी बनी हुई है और शहर के कई इलाकों में लोगों को सडकों से आवाजाही करने के लिए काफी तकलीफों का सामना करना पड रहा है. हालांकि इन सडकों पर पडे गढ्ढों को बुझाने के लिए प्रशासन द्वारा दो ठेकेदारों के साथ सडकों पर मुरूम डालने को लेकर दर करार किया गया है. जिस पर करीब 1 करोड रूपये का खर्च होना है. लेकिन इसके बावजूद गढ्ढे और किचड की समस्या अब भी कायम है.
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों अमरावती शहर का बडी तेजी से विस्तार हो रहा है और नई-नई रिहायशी बस्तियां अस्तित्व में आ रही है, लेकिन इन रिहायशी बस्तियों में मुलभूत सुविधाओं का सर्वथा अभाव है. विशेष रूप से कई रिहायशी बस्तियों में पक्की सडके ही नहीं बनी है. ऐसे में बारिश का मौसम आते ही इन रिहायशी बस्तियों में सभी सडकें पूरी तरह किचड से भर जाती है. साथ ही डांबरीकरण किये गये रास्तों पर जगह-जगह गढ्ढे बन जाते है. ऐसे में नागरिकों द्वारा इन गढ्ढों में कम से कम मुरूम भर दिये जाने की मांग की जाती है और प्रशासन द्वारा भी सडकों को पूरी तरह से ठीक करने की बजाय सडकों पर मुरूम के पैबंद लगाकर समय निकाला जाता है.
प्रति वर्ष सडकों के उखड जाने और सडकों पर गढ्ढे पडने की समस्या बेहद आम है. जिसका सीधा मतलब है कि, सडकों के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा और गुणवत्ता नियंत्रण की जिम्मेदारी रहनेवाले अभियंताओं द्वारा अपने काम में लापरवाही बरती जा रही है. किंतु आज तक किसी भी लापरवाह अधिकारी या ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
दो ठेकेदारों के साथ हुआ करार
इस बार सडकों पर मुरूम डालने के लिए दो ठेकेदारों से दर संबंधी करार किया गया है. जिनके द्वारा शहर के खराब रास्तों पर मुरूम डाला जा रहा है. एक वाहन मुरूम में पांच से छह मीटर का स्टैग लगाया जा सकता है और इसी स्टैग के अनुसार बिल निकाला जाता है. इस बार बारिश का मौसम शुरू होने में विलंब होने की वजह से मुरूम डालने का काम भी कुछ देरी से शुरू हुआ. इस समय तक झोन 5 में 196 तथा झोन क्रमांक 2 व 3 में 15-15 ट्रक मुरूम डाला जा चुका है.
कर पूरा, सुविधा अधुरी
मनपा द्वारा शहर में रहनेवाले नागरिकों से तमाम तरह के कर वसूले जाते है और तय समयावधि के भीतर कर अदा नहीं करने पर विलंब शुल्क भी वसूला जाता है. किंतु इसकी ऐवज में सुविधाएं नाममात्र की है. जिसकी ओर केवल प्रशासन ही नहीं, बल्कि मनपा पदाधिकारियों द्वारा भी अनदेखी की जा रही है.
शहर की बाहरी रिहायशी बस्तियों में आज भी मुलभूत सुविधाएं नहीं है. जिसके लिए हमने सभी सदस्यों को वार्डविकास व स्वेच्छा निधी दिया है, ताकि इस निधी में और भी अधिक वृध्दी की जायेगी.
– चेतन गावंडे
महापौर, मनपा
प्रशासन पर दोषारोपण करने का कोई अर्थ नहीं. सत्ता पक्ष का कोई नियोजन नहीं रहने के चलते शहर के प्रमुख व अंतर्गत रास्तों की हालत खराब हुई है. जिसकी वजह से नागरिकों को काफी तकलीफों का सामना करना पड रहा है.
– बबलु शेखावत
नेता प्रतिपक्ष, मनपा
कहा कितना खर्च अपेक्षित
झोन क्रमांक 1 – 20 से 25 लाख
झोन क्रमांक 2 – 12 से 13 लाख
झोन क्रमांक 3 – 15 से 16 लाख
झोन क्रमांक 4 – 19 से 20 लाख
झोन क्रमांक 5 – 25 से 28 लाख