आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के सर्वाधिक लाभार्थी महाराष्ट्र में
राज्य के 6.5 लाख कर्मचारियों को मिला 409 करोड़ का लाभ

नई दिल्ली/दि.14 – कर्मचारियों को भविष्य निधि योजना का लाभ देने के लिए चलाई गई केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना (एबीआरवाई) के तहत देशभर में 39.72 लाख से अधिक कर्मचारियों को शामिल किया गया है. इनमें सर्वाधिक संख्या महाराष्ट्र के प्रतिष्ठानों और कर्मचारियों की है.
आंकड़ों के अनुसार एबीआरवाई में प्रत्येक छठवां लाभार्थी महाराष्ट्र का है. श्रम और रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली के अनुसार महाराष्ट्र में कुल 649560 नए कर्मचारियों को योजना का लाभ मिला है. 17524 प्रतिष्ठानों में कार्यरत इन कर्मचारियों को कुल 409.72 करोड़ रुपए की रकम का लाभ हुआ है. तेली द्वारा लोकसभा में दी गई जानकारी के अनुसार देशभर में 117016 प्रतिष्ठानों के 3972551 कर्मचारियों को योजना में जोड़ा गया है. जिन्हें कुल 2612 करोड़ रुपए का लाभ मिला. इससे तमिलनाडु से 5.35 लाख, गुजरात से 4.44 लाख और कर्नाटक से 3.07 लाख कर्मचारी शामिल हैं.
सर्वाधिक लाभ मेघालय के कर्मचारियों को
एबीआरवाई से राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक कर्मचारी को औसतन 6575 रुपए का लाभ हुआ है. प्रति कर्मचारी सर्वाधिक औसत रकम मेघालय में प्रति कर्मचारी 15242, मिजोरम में 14376, अंडमान में 10808 और नगालैंड में 10,202 रुपए मिली. सर्वाधिक संख्या वाले महाराष्ट्र के कर्मचारियों के हिस्से में औसतन 6307 रुपए ही आए. तमिलनाडु प्रत्येक कर्मचारी के हिस्से में औसतन 5607 रुपए ही आए. तमिलनाडु प्रत्येक कर्मचारी के हिस्से में औसतन 5609 और गुजरात में 6265 रुपए आए. हालांकि कर्नाटक प्रति कर्मचारी औसत रकम 7215 मिली जो राष्ट्रीय औसत से थोड़ी अधिक है.





