किसान रेल्वे की 900 फेरियां पूरी
देशभर में 3.10 लाख टन कृषि उत्पादन का यातायात

जलगांव दि.5 – मध्य रेल्वे ने 1 जनवरी को सावदा से आदर्श नगर (दिल्ली) किसान रेल्वे की 900 वीं फेरी की. मध्य रेल्वे पर 900 फेरियां पूर्ण करने वाली किसान रेल्वे यह किसानों के लिए अत्यंत फायदेमंद व सबसे बड़ा बदलाव करने वाला उपक्रम साबित हुआ है.
जलद यातायात, शून्य अपव्यय, 50 प्रतिशत अनुदान सहित कृषि उत्पादन के लिए बड़े व नये बाजारपेठ में प्रवेश निश्चित करकिसान रेल्वे ने महाराष्ट्र के किसानों के लिए समृद्धि, आनंद और आशा निर्माण की है. सोलापुर संभाग के अनार, अंगूर, नींबू, शिमला मिर्च, कस्तुरी खरबूजा,जाम,सीताफल,बेर, लातूर और उस्मानाबाद विभाग के फूल, नासिक संभाग के प्याज, भुसावल व जलगांव संभाग के केले, नागपुर संभाग के संतरे और अन्य फल, साग सब्जी किसान रेल्वे के माध्यम से दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल सरीखे दूसरे बाजार पेठों में तुरंत पहुंचते हैं. बड़े बाजारपेठ सहित अच्छा महसूल, वहीं उनके उत्पादन की अच्छी कीमत, जलद यातायात, कम से कम बेकार जाने के कारण किसानों का जीवनमान अच्छा हुआ है.
किसान रेल्वे यह ग्रामीण महाराष्ट्र के किसानों के लिए विकास व समृद्धि का इंजिन बना है. आत्मनिर्भर भारत अभियान अंतर्गत ऑपरेशन ग्रीन टॉप टू टोटल यह सरकार के वीजन के एक भाग के रुप में सरकार ने किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान दिया है. इसलिए किसानों के यातायात के लिए रेल्वे यह पहली पसंद साबित हुई है.
* किसान रेल्वे की यात्रा
7 अगस्त 2020 पहली फेरी
28 दिसंबर 2020 100 वीं फेरी
12 अगस्त 2021 500 वीं फेरी
1 जनवरी 2022 900 वीं फेरी
3 लाख 10 हजार 400 टन नाशवंत माल का अब तक यातायात
किसान रेल्वे की 900 फेरियों में से जलद व सुरक्षित यातायात के साथ ही नये बड़े बाजारपेठ में प्रवेश और किसानों का लाभ ये बातें अधोरेखित होती है.
– अनिलकुमार लाहोटी, महाव्यवस्थापक, मध्य रेल्वे