दो सालों में बढा नहीं नागपुर जिले का वनक्षेत्र
फारेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट

नागपुर/दि.19 – नागपुर जिले के वनक्षेत्र में पिछले दो सालों में वृद्धि नहीं हुई है. उसी प्रकार गोंदिया जिलेे के वनक्षेत्र में सर्वाधिक वृद्धि हुई है जिसमें 7 चौरस किमी बढा है. यह जानकारी फारेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया व्दारा हाल ही में प्रकाशित की गई है. जिसमें क्षेत्र की जानकारी सविस्तार दी गई. इसके पहले 2019 में सर्वेक्षण किया गया था. दो सालों में वनक्षेत्र में कैसे बदल हुआ यह भी उसमें दर्ज किया गया. गोंदिया, बुलढाणा, यवतमाल, वर्धा, अकोला व अमरावती इन जिलों में वनक्षेत्र बढा है. इसके विपरित गडचिरोली, चंद्रपुर, भंडारा, वाशिम यहां वनक्षेत्र कम हुआ है.
संपूर्ण देशभर में 2261 चौरस किमी वनक्षेत्र में वृद्धी हुई है जिसमें राज्य में 20 किमी चौरस मीटर वनवृद्धी दर्ज की गई है यह खुशी की बात है. राज्य में अति घने व मध्यम घने वन 13 से 17 चौरस किमी तक बढे है तथा विराट वन 10 चौरस मीटर से कम हुए है. मध्यप्रदेश यह सर्वाधिक वनक्षेत्र वाला राज्य है. यहां घने व अतिघने वन 11 व 132 चौरस किमी से घटने की जानकारी प्राप्त हुई है. महाराष्ट्र के चंद्रपूर व गडचिरोली जिले में भी यही चित्र दिखाई दे रहा है. रिपोर्ट के अनुसार यह जानकारी सामने आयी है. राज्य व केंद्र शासन की रिपोर्ट का उपयोग कर राज्य निहाय उपाय योजना व कार्रवाई करना आवश्यक है ऐसा स्पष्ट मत महाराष्ट्र राज्य वन्य जीव मंडल सदस्य किशोर रिठे ने व्यक्त किया है.
विदर्भ के व्याघ्र प्रकल्पों का वनक्षेत्र
व्याघ्र प्रकल्प वनक्षेत्र बाघों की संख्या
बोर 816.25 6
मेलघाट 2768.52 46
नवेगांव नागझिरा 1894.94 6
पेंच 741.22 53
ताडोबा-अंधारी 1727.59 83
विदर्भ के जिला निहाय वनक्षेत्र (चौरस किमी)
जिला वृद्धी घट
अमरावती 0.34 0
अकोला 1.16 0
बुलढाणा 3.08 0
भंडारा 0 1.17
चंद्रपुर 0 4.19
गोंदिया 7.02 0
गडचिरोली 0 14.12
नागपुर 0 1.59
वर्धा 2.34 0
वाशिम 0 0.37
यवतमाल 2.86 0