परतवाडा, देवमाली व कांडली में दिन का कर्फ्यू खत्म
सुबह 6 से रात 9 बजे तक संचारबंदी शिथील

* अचलपुर में सुबह 6 से दोपहर 12 बजे व शाम 5 से रात 9 बजे तक कर्फ्यू में ढील
* धीरे-धीरे हालात हो रहे सामान्य, पुलिस का बंदोबस्त अब भी जारी
परतवाड़ा/दि.21– विगत 17 अप्रैल को झंडा लगाने के चलते हुए विवाद के बाद उपजी जातिय तनाववाली स्थिति अब धीरे-धीरे खत्म हो रही है तथा हालात काफी हद तक शांत व सामान्य हो गये है. जिसके मद्देनजर क्षेत्र में जारी कर्फ्यू में अब काफी हद तक ढील दी जा रही है. जिसके तहत गत रोज अचलपुर व परतवाडा शहर सहित कांडली व देवमाली ग्रापं क्षेत्र में रोजाना सुबह 6 से रात 9 बजे तक कर्फ्यू में ढील देने का आदेश जारी किया गया था और रात्रीकालीन कर्फ्यू को ही कायम रखा गया था. किंतु आज गुरूवार 21 अप्रैल को उपविभागीय दंडाधिकारी कार्यालय द्वारा एक नया आदेश जारी करते हुए परतवाडा सहित कांडली व देवमाली क्षेत्र में ही रात 9 बजे तक कर्फ्यू को शिथिल करने और तनाव का मुख्य केंद्र रहनेवाले अचलपुर में दोपहर 12 बजे के बाद पूरा समय कर्फ्यू को लागू रखने का आदेश जारी गया है. ऐसे में जहां गुरूवार को पूरा दिन परतवाडा, कांडली व देवमाली परिसर में सबकुछ खुला रहा, वहीं अचलपुर शहर में दोपहर 12 बजने के बाद एक बार फिर कर्फ्यू लागू हो जाने की वजह से सन्नाटा पसर गया. वहीं दोपहर बाद एसडीओ अपार ने एक और आदेश जारी करते हुए अचलपुर शहर में शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक कर्फ्यू में ढील देने की घोषणा की.
बता दें कि, विगत रविवार 17 अप्रैल की रात अचलपुर के दुल्हा गेट पर झंडा निकालने व लगाने को लेकर हुए विवाद के चलते दो समुदायों के लोग संतप्त होकर आमने-सामने आ गये थे और यहां पर तोडफोड के साथ ही पत्थरबाजी की घटना घटित हुई थी. जिसके बाद अचलपुर सहित परतवाडा, कांडली व देवमाली में पुलिस द्वारा कर्फ्यू लगा दिया गया था, ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके. वहीं इस दौरान भाजपा के अचलपुर शहराध्यक्ष अजय माथने सहित करीब 24 लोगों को पुलिस द्वारा अपनी हिरासत में लिया गया. जिन्हें अदालत ने पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया. इन सभी आरोपियों को इस समय अचलपुर पुलिस स्टेशन में ही रखा गया है. ऐसे में अचलपुर में हालात अब भी काफी हद तक संवेदनशील बने हुए है. जिसके मद्देनजर किसी भी संभावित स्थिति से निपटने हेतु अचलपुर के उपविभागीय अधिकारी संदीप कुमार अपार द्वारा आज गुरूवार 21 अप्रैल को कर्फ्यू में ढील के संदर्भ में एक नया आदेश जारी करते हुए अचलपुर शहर परिसर में सुबह 6 बजे दोपहर 12 बजे तक ही ढील देने की घोषणा की गई. वहीं परतवाडा, कांडली व देवमाली में सुबह 6 से रात 9 बजे तक संचारबंदी शिथिल रहेगी तथा इन तीनों क्षेत्रों में केवल रात्रीकालिन कर्फ्यू ही लागू रहेगा. कर्फ्यू में ढील मिलते ही गुरूवार की सुबह से ही परतवाड़ा के गुजरी बाजार तथा अन्य मार्केट में खरीददारों की भीड़ लग गई थी. उल्लेखनीय है कि, सामान्य दिनों में परतवाड़ा शहर के मार्केट 10 बजे के बाद ही खुलते है. लेकिन पिछले चार दिनों से कर्फ्यू के कारण मार्केट बंद थे. ऐसे में आज प्रशासन द्वारा कर्फ्यू में लंबी ढील दिये जाते ही परतवाडा शहर के सभी क्षेत्रों में सभी दुकानें सुबह से ही खुल गई और करीब चार दिनों के बाद गुजरी बाजार, आठवडी बाजार, सब्जी और फल मार्केट में गहमागहमीवाला माहौल दिखाई दिया. जहां पर लोगों ने अपनी जरूरत के सामान सहित ताजी व हरी सब्जियां खरीदी.
वहीं अचलपुर में भी कर्फ्यू में ढील मिलने के बाद सुबह देवडी व चावलमंडी सहित सभी व्यापारिक क्षेत्रों में ग्राहकी व खरीददारी का अच्छा-खासा दौर चला. किंतु दोपहर 12 बजे के बाद अचलपुर परिसर में दोबारा कर्फ्यू लागू कर दिये जाने के चलते यहां के बाजारों व रिहायशी इलाकों में एकबार फिर सन्नाटा पसर गया. किंतु दोपहर बाद एसडीओ अपार द्वारा शाम 5 से रात 9 बजे तक कर्फ्यू में ढील दिये जाने का आदेश जारी करने पर देर शाम अचलपुर परिसर की दुकाने दुबारा खुली.
इस समय जहां परतवाडा, कांडली व देवमाली में हालात पूरी तरह से शांत व सामान्य है, वहीं दूसरी ओर विगत 17 अप्रैल को तनाव व विवाद का मुख्य केंद्र रहनेवाले अचलपुर में हालात धीरे-धीरे सामान्य होने की ओर बढ रहे है. क्षेत्र में अब भी अमरावती के विशेष पुलिस महानिरीक्षक चंद्रकिशोर मीणा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशिकांत सातव डेरा डाले हुए है. जिनके नेतृत्व में अचलपुर पुलिस द्वारा हालात को पूरी तरह से शांत व सामान्य करने के लिए प्रयास कर रही है.
* फरार रहनेवाले मुख्य आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अचलपुर में साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने में जिन लोगो का मुख्य हाथ है वो सभी अभी भी फरार बताए जाते है. स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी लोगो का कहना है कि पुलिस ने अभी तक जिन्हें गिरफ्तार किया वो सिर्फ प्यादे मात्र है. दंगे के मुख्य सरगना अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है. वही दूसरी ओर पुलिस का डीबी स्कॉड दंगे में लिप्त मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने खोजबीन में लगा हुआ है.