पौधारोपण में फिसड्डी साबित हुआ प्रशासन
कई रास्तों के किनारे नहीं है एक भी पेड

* लोकनिर्माण विभाग व मनपा की अक्षम्य लापरवाही
अमरावती/दि.6-दिनों दिन बढता तापमान चिंता बढा रहा है. दूसरी ओर विकास की दौड में पेडों की संख्या तेजी से घट रही है. जिसका असर पर्यावरण पर देखा जा रहा है. जिस तुलना में पेडों की कटाई कर सडके व अन्य विकास कार्य किए जा रहे है. उस तुलना में पौधारोपण केवल नाम मात्र रहने से शहर में पेडों की संख्या घट गई है. हर वर्ष पौधारोपण अभियान पर करोडो रूपये खर्च करनेवाले प्रशासन द्बारा पौधारोपण व पौधों को बचाने के लिए विशेष काम नहीं किया गया. फलस्वरूप अब शहर में सर्वत्र पेडोें की कमी व कांक्रीटीकरण का बढता जाल नजर आ रहा है. महानगरपालिका प्रशासन द्बारा पौधारोपण अभियान पर ध्यान नहीं दिए जाने से शहर में हरियाली घटकर तापमान बढ रहा है.
महानगरपालिका अंतर्गत सभी प्रमुख रास्तों का कांक्रीटीकरण किया गया है. लोकनिर्माण विभाग द्बारा रास्तों का निर्माण तो किया गया. लेकिन उन रास्तों पर सडक किनारे एक भी पेड नहीं लगाया गया. महानगरपालिका व लोकनिर्माण विभाग दोनों की यह जिम्मेदारी थी कि रास्ता चौडाईकरण अंतर्गत जितने पेड काटे गये है, उसकी तुलना में बडी संख्या में पौधारोपण हो. प्रशासन द्बारा पौधारोपण को लेकर विशेष अभियान भी चलाए गये. लेकिन जितनी संख्या में पेड लगे उन पेडों का संवर्धन उतनी सक्षमता से नहीं होने से अधिकांश पौधे जल गये है. कुछ पौधे जानवरों द्बारा खराब किए गये जिससे शहर में सर्वत्र पेडों की कमी हो गई है. शहर को हराभरा रखकर बढते तापमान व प्रदूषण पर काबू पाने के लिए मनपा प्रशासन द्बारा व्यापक पौधारोपण अभियान चलाना जरूरी हो गया है.
* अधिक से अधिक पौधे लगाने का नियोजन
शहर में पेडों की घटती संख्या चिंता का विषय है. इसलिए शहर में अधिक से अधिक पौधारोपण कर हरित अमरावती साकार करने का प्रयास किया जायेगा. आगामी वर्षाकाल में अधिक से अधिक पौधे लगाकर उनके संवर्धन का नियोजन मनपा प्रशासन द्बारा किया जायेगा. इसके लिए अन्य विभागों से भी मदद लेने की जरूरत पडी तो ली जायेगी. ऐसी जानकारी मनपा आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. प्रवीण आष्टीकर ने दी.





