फॉईल में गर्म खाद्य पदार्थ कही जहर तो नहीं बन रहे

अमरावती/दि.25 – अक्सर लोगबाग यात्रा के दौरान खाद्य पदार्थों को गर्म बनाए रखने के लिए उसे एल्युमिनियम की फॉईल में लपेटकर रखते है. इसके साथ ही इन दिनों स्कूल जाने वाले बच्चों को भी एल्युमिनियम फॉईल में गर्म रोटी, पराठा व सैंडवीच लपेटकर दिया जाता है, ताकि वे खाने की छुट्टी के समय गर्म खाना खा सके. इसके अलावा सलाद को फे्रश रखने के लिए भी फॉईल का धडल्ले से प्रयोग किया जाता है. लेकिन ऐसा करने वाले लोगों को यह अंदाजा भी नहीं होता कि, फॉईल में लपेटकर रखे गए खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए किस हद तक हानिकारक हो सकते है. हाल ही में हेल्थलाईन नामक नियतकालिक में इसे लेकर विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित हुई है. जिसके मुताबिक फॉईल में खाद्य पदार्थों को रखना स्वास्थ्य के लिहाज से बिल्कूल भी ठीक नहीं है.
– डायबिटीज का बढता है खतरा
गर्म खाद्य पदार्थों को 2 घंटे से अधिक समय तक एल्युमिनियम फॉईल में नहीं रखना चाहिए. क्योंकि इस समय के दौरान धीरे-धीरे एल्युमिनियम के कण उस खाद्य पदार्थ में मिलने लगते है.
– प्रतिकार शक्ति घटकर बीमारियों को निमंत्रण
कई घंटों तक एल्युमिनियम फॉईल में रखे गए खाद्य पदार्थों को खाने से रोग प्रतिकारक शक्ति कम होती है और कई तरह की बीमारियां हो सकती है.
– आम्लयुक्त खाद्य पदार्थ को बिल्कूल भी न रखे
आम्लयुक्त गर्म खाद्या पदार्थों को एल्युमिनियम फॉईल में रखने पर एल्युमिनियम का अंश रासायनिक प्रक्रिया होकर खाद्य पदार्थ में मिल सकता है, जो पेट में जाकर कई तरह की बीमारियों का कारण बन सकता है.
– बासी भोजन तो और भी खतरनाक
रात का बचा हुआ बासी भोजन अगले दिन भी टीका रहे और काम में आए, इस उद्देश्य से कई लोग रात का बचा हुआ खाना एल्युमिनियम फॉईल में लपेटकर रखते है, लेकिन ऐसा करना स्वास्थ्य के लिहाज से और भी अधिक खतरनाक साबित हो सकता है.
– गर्म भोजन रखने से बीमारी का खतरा
काफी अधिक गर्म रहने वाले भोजन को एल्युमिनियम फॉईल में रखना भी काफी अधिक घातक होता है. इसकी वजह से फॉईल के एल्युमिनियम व अन्य रसायनों के उस अन्न में मिल जाने की संभावना बनती है और ऐसे भोजन का लगातार सेवन करने की वजह से अल्जायमर यानि भुलने की बीमारी होने का खतरा होता है.





