जल्द लौटने की बात कही थी राधिका ने
माता-पिता से वह संवाद साबित हुआ अंतिम

अमरावती/दि.3 – विगत शनिवार को तडके बुलढाणा जिले की सिंदखेड राजा तहसील अंतर्गत पिंपलखुटा गांव के निकट समृद्धि एक्सप्रेस वे पर सडक हादसे का शिकार हुए विदर्भ ट्रैवल्स की बस में धामणगांव रेल्वे तहसील के जलगांव मंगरुल गांव के निवासी महेश खडसे की बेटी राधिका खडसे (22) भी सवार थी. जो उन 25 दुर्भाग्यशाली यात्रियों में शामिल रही. जिनकी इस हादसे के बाद बस में जिंदा जलकर मौत हो गई थी.
जानकारी के मुताबिक राधिका खडसे बचपन से ही पढाई-लिखाई में काफी मेधावी थी. ऐसे में उसकी पढाई के लिए ही खडसे परिवार जलगांव मंगरुल से वर्धा जाकर बस गया था. जहां पर 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा में शानदार अंक हासिल करते हुए राधिका खडसे ने पुणे ने डी-फार्म किया था और एमबीए की उच्च शिक्षा के लिए पुणे के रिम्स महाविद्यालय में प्रवेश प्राप्त किया था. सोमवार 3 जुलाई से राधिका का कॉलेज खुलने वाला था. ऐसे में वह शुक्रवार 30 जून की रात विदर्भ ट्रैवल्स की बस में सवार होकर पुणे के लिए रवाना हुई थी. ताकि 1 जुलाई की सुबह पुणे पहुंचने के बाद अगले 1-2 दिनों में कॉलेज खुलने से पहले वहां अपने रहने-खाने का प्रबंध किया जा सके. लेकिन यह बस 1 जुलाई को तडके करीब डेढ बजे के आसपास सडक हादसे का शिकार होने के साथ ही पूरी तरह से जलकर खाक हो गई. जिसमें 25 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हुई थी. इन यात्रियों में अपने माता-पिता से जल्द वापिस लौटने का बात कहकर रवाना होने वाली राधिका खडसे का भी समावेश था.





