गणपति की मूर्तियां बनाना आरंभ
लागत सामग्री के रेट बढ़े

* चुनाव की संभावना से असर
अमरावती/दि.5 – शहर के दोनों-तीनों कुंभारवाड़ा में दो माह बाद आने वाले गणेशोत्सव हेतु मूर्ति का निर्माण आरंभ हो गया है. मूर्तिकारों ने बताया कि बड़ी मूर्तियों हेतु आवश्यक लकड़ी, पटिया, तणस के दाम बढ़ गए हैं. जिससे इस बार भी मूर्तियों के रेट 10- 15 प्रतिशत अधिक रह सकते हैं. शहर के भाजीबाजार, राजापेठ और बायपास रोड यशोदानगर के पास कुंभारवाडा है, जहां बड़े प्रमाण में मूर्तियां बनाई जा रही है. सैकड़ों लोगों को इससे रोजगार मिला है.
* चुनाव का असर
दिवाली के पहले निकाय चुनाव होने की चर्चा है. इससे मूर्तियों की मांग बढ़ने की संभावना मूर्तिकारों ने व्यक्त की है. उनका मानना है कि इच्छुक गणेशोत्सव के माध्यम से अपनी छाप छोड़ने का प्रयत्न करेंगे. गणेश पंडालों की संख्या बढ़ने की संभावना है. इच्छुक को प्रचार और संपर्क का अवसर मिलेगा.
* सामग्री महंगी
मूर्ति के लिए आवश्यक मिट्टी की दर प्रति ट्रॉली 2 हजार रुपए बढ़ गई है. इस बारे में अधिक बताते हुए मूर्तिकार मनोज बिंड ने बताया कि पिछले वर्ष प्रति ट्रॉली 5 हजार रुपए रेट से इस बार सात से साढ़े सात हजार रुपए पर यह रेट पहुंच गए हैं. ऐेसे ही बड़ी मूर्तियों के लिए आवश्यक तनस, लकड़ी पटिया के रेट भी बढ़े हैं. रंग रसायन के दाम बढ़े हुए हैं. मूर्तिकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पाठक ने बताया कि कच्चे माल की महंगाई से निश्चित ही मूर्तियां महंगी होगी. उल्लेखनीय है कि अमरावती से आसपास के गांवों और शहर तथा मध्यप्रदेश के नगरों तक काफी मूर्तियां भेजी जाती है. शहर में जिराफे, सोनसले, आजने प्रमुख नाम है. गोपालनगर के जिराफे की मूर्तियां विदेश भी भेजी जाती है.