निधि के अभाव में अटका सडक व पुलों का काम

अमरावती/दि.14– जिले के ग्रामीण इलाकों में गत वर्ष हुई अतिवृष्टि तथा बाढ के चलते कुल 27 छोटे-बडे पुल क्षतिग्रस्त हुए थे. साथ ही 42 किमी लंबाई वाले रास्ते बह गए थे. इन क्षतिग्रस्त पुलों व रास्ते की दुरुस्ती के लिए सरकार द्बारा अब तक एक रुपए की भी निधि नहीं मिली है. जिसके चलते इस बार बाढ हानि का प्रस्ताव भी अधर में लटका पडा है. इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि, जिले के विकास को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से उदासीन चल रही है.
बता दें कि, गत वर्ष अमरावती जिले में सर्वाधिक 20 किमी लंबाई वाली सडके अचलपुर तहसील में क्षतिग्रस्त हुई. साथ ही जिले में अन्य कई स्थानों पर भी नदी-नालों पर बने पुलों व सडकों का अतिवृष्टि व बाढ की वजह से बडे पैमाने पर नुकसान हुआ. जिसके चलते इन सडकों व पुलों की दुरुस्ती हेतु 150 करोड रुपए की निधि मांगी गई थी. परंतु 5-6 माह का समय बीत जाने के बावजूद भी सरकार द्बारा इसकी दखल नहीं ली गई है. वहीं इसके बाद सरकार ने जिप के निर्माण विभाग को नये सिरे से 4.50 करोड रुपए का प्रस्ताव भेजने के संदर्भ में निर्देश दिया था. जिसके अनुसार जिप के निर्माण विभाग ने सडकों व पुलों की दुरुस्ती संबंधित कामों हेतु नया प्रस्ताव बनाकर सरकार को पेश किया. परंतु अब तक सरकार की ओर से स्थानीय प्रशासन को फूटी कवडी भी नहीं मिली है. जिसके चलते बाढ व बारिश से क्षतिग्रस्त हुए रास्तों व पुलों की दुरुस्ती का काम अब भी प्रलंबित पडा है.





