धारणी में ट्रैवल बसों द्बारा लूट !
मजदूरों से ऐंठे जा रहा ज्यादा किराया

* किसी का इन्शुरंस खत्म, किसी का पीयूसी
धारणी/ दि. 7- मेलघाट के आदिवासियों के साथ सभी लोग लूट खसोट करते हैं, इस तरह के आरोप लगते रहे हैं. ताजा मामला निजी बसों द्बारा भोले भाले आदिवासियों से अधिक किराया वसूलने और एक सीट पर दो को बैठाने की शिकायतें मिल रही है. यह भी कहा जा रहा कि इन निजी बसों में किसी की बीमा अवधि खत्म हो गई तो किसी के पास प्रदूषण नियंत्रण का प्रमाणपत्र नहीं है. आरटीओ से उचित कार्रवाई की अपेक्षा लोग व्यक्त कर रहे हैं.
* दिवाली में मनमाना भाडा
दिवाली पर निजी बस ऑपरेटरों ने औरों की तरह यहां भी मनमर्जी किराया वसूल किया. हजार के दो हजार वसूल किए गये. अभी भी नया फंडा अपनाते हुए बस ऑपरेटर स्लीपर कोच में एक सीट पर दो यात्रियों को बैठा रहे है. जिससे यात्रियों की परेशानी बढती है. किंतु ट्रैवल्स संचालक मनमाना कामकाज करने का नजारा है.
* बस नंबर और उसका ब्यौरा
संजय संपतलाल भंडारी की बस एआर-01 जे-6033 का टैक्स और परमिट 2027 तक हैं. बीमा अवधि गत 28 अक्तूबर को खत्म हो गई है. ऐसे ही उनकी दूसरी बस जी-जे-14 एक्स 2223 का इन्शोरेंस और टैक्स बराबर है तो पीयूसी और परमिट ऑनलाइन नहीं दिखा रहा. चौहान ट्रैवल की एमपी-09 जेडएक्स- 3997 का परमिट इन्शुरंस टैक्स सभी बराबर है तो पीयूसी ऑनलाइन नहीं बता रहा. ऐसा दावा शिकायतकर्ता कर रहे हैं. इस बारे में कार्रवाई की गुहार आरटीओ से लगाई गई है. आदिवासी लोगों से एक हजार की बजाय दो हजार की टिकट वसूली जा रही . पुणे- औरंगाबाद, नगर लेवर काम से यहां के युवा जा रहे है तो उनसे मनमाना भाडा लिया जा रहा. जिसकी दखल लेने की मांग की गई है.





