नांदगांव खंडेश्वर के ग्रामीण डाक सेवक बेमियादी हडताल पर
विविध मांगो को लेकर शुरु किया आंदोलन

नांदगांव खंडेश्वर/दि. 11– तहसील के ग्रामीण डाक सेवक मंगलवार 12 दिसंबर से बेमियादी हडताल पर चले जाने से कामकाज पुरी तरह ठप हो गया है.
सरकार ने केंद्रीय वेतन आयोग के मुताबिक ग्रामीण डाक सेवक कर्मियों के लिए डॉ. कमलेशचंद्र कमिटी का गठन किया था. डॉ. कमलेशचंद्र कमिटी ने 2018 में सिफारिश लागू करने के निर्देश डाक विभाग को दिए थे. इसमें पेंशन, ग्रेज्यूएटी में पांच लाख तक बढोतरी, वैद्यकीय सुविधा, पांच लाख ग्रुप बीमा, समयबद्ध पदोन्नति, 180 दिन तक अवकाश का वेतन, अन्य अनेक सकारात्मक सिफारिश का समावेश था. यह सिफारिश भारत सरकार ने 1 जनवरी 2016 की बजाए 1 जुलाई 2018 से लागू की. लेकिन इसमें उपरोक्त महत्व की सिफारिशो का समावेश नहीं था. संगठना द्वारा अनेक बार धरना, आंदोलन, मोर्चे, एक दिवसीय हडताल की गई. लेकिन सरकार ने अब तक केवल आश्वासन दिया. इस कारण आरपार की लडाई करने की भूमिका ग्रामीण डाक सेवको ने ली और तहसील डाक कार्यालय के सामने प्रदर्शन किए गए. हडताल में शामिल गजानन सालवान, सुरेश इंगोले, मोहन तिरमारे, प्रल्हाद शिक्रे, लक्ष्मण भस्मे, पद्माकर मुंडवाईक, अविनाश देशमुख, प्रकाश मेश्राम, अक्षय शहाडे, शुभम खंडारे, अथर्व कडवे, फुरकान मुडतसिर, मधुकर पोंगले, तन्मय भाकरे, विक्रम पोवाते, रोशनी खोब्रागडे, ऋतुजा भगत, निशा कुबडे, प्रतिक गोंडाणे आदी इस आंदोलन में शामिल थे.





