अमरावतीमहाराष्ट्र

लाखों भक्तों का श्रध्दास्थान है श्री क्षेत्र चांगापुर नरेश

हनुमान जयंती पर उमडेगा रेला

* पुरातन मंदिर में विराजमान है स्वयंभू मूूर्ति
* वर्ष के सभी 365 दिन तडके होता है अभिषेक
अमरावती / दि. 10– वलगांव रोड पर शहर से मात्र 5 किमी दूर चांगापुर नरेश हनुमान मंदिर में वर्ष के सभी 365 दिन तडके 4 बजे अभिषेक होता है. उपरांत 6 बजे आरती के साथ भोग चढाया जाता है. चांगापुर नरेश के लाखों भक्त हैं जो नित्य नियम से दर्शन के लिए आते हैं. परसों हनुमान जन्मोत्सव पर भी यहां भाविकाेंं का रेला उमडेगा. मंदिर में अनेक विशेषताएं हैं.
साधना के लिए गुफा
चांगापुर नरेश मंदिर परिसर का दशकों पहले वलगांव के लढ्ढा परिवार ने नवनिर्माण किया था. यहां विशाल कुआं और साधना के लिए गुफा भी बनी है. उसी प्रकार कुएं से सटा शंकर जी का मंदिर है. यहां के मंदिर को लेकर श्रध्दा और आख्यायिका हैं. पुरातन कुएं को 108 परिक्रमा करने पर मन्नत पूर्ण होने की श्रध्दा भाविकों में हैं. कुएं का निर्माण आकर्षक रूप में किया गया है.
जयंती पर लाखों उमडेंगें
हनुमान जयंती पर्व पर यहां जोरदार तैयारी शुरू है. पंडाल आच्छादित करने के साथ स्वागत गेट लगाए गये हैं. लाखों भाविकों के उमडने की संभावना है. इसलिए मंदिर परिसर के बाहर पार्किंग की भी व्यवस्था की जा रही है. वलगांव रोड मुख्य सडक से बमुश्किल एक किमी के फासलें पर मंदिर स्थित है. गर्भगृह में दर्शन के साथ कपास के फूलों की माला और नारियल अर्पित करने की भाविक होड करते हैं.
1935 में जीर्णोध्दार
वलगांव के श्रीवल्लभ बद्रीनाथ लढ्ढा ने चांगापुर नरेश के प्रति अपनी श्रध्दा को व्यक्त करते हुए 1935 में मंदिर का नवनिर्माण किया था. यहां भाविकों के लिए कुछ कमरे भी बनवाए गये थे. आज भी यह परिसर विस्तृत होकर विशाल सभागार निर्मित हैं. विवाह के आयोजन भी यहां होते हैं. हनुमान जी के भक्त अपना मनमुराद कार्य होने पर यहां प्रसादी के आयोजन करते हैं. उन्हें चांगापुर संस्थान द्बारा नाममात्र शुल्क पर बर्तन और बिछायत उपलब्ध करवाई जाती है. शनिवार और रविवार को बडी मात्रा में आयोजन होते हैं.

 

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