व्यवसायिक नेतृत्व को सशक्त बनाना जरुरी

उद्योजक मुकूंद मोहता का प्रतिपादन

अमरावती/दि.22– अनुशासन, नैतिकता और निरंतरता के साथ किया गया हर व्यवसाय हमेशा आगे बढ़ता है. साथ ही हमें समय प्रबंधन और अपने व्यवसाय के हर छोटे-बड़े पहलू को समझने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि समय रहते उनमें सुधार कर अपने प्रतिस्पर्धी पर मात कर सके, जो आज के प्रतिस्पर्धी युग में दीर्घकालिक सफलता के लिए अनिवार्य है, ऐसा प्रतिपादन मोहता ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष तथा टीआईई व वीएमए नागपुर के पूर्व अध्यक्ष उद्यमी मुकुंद मोहता ने किया.
स्थानीय प्लास्टि सर्ज इंडस्ट्रीज में अमरावती मैनेजमेंट एसोसिएशन की ओर से हाल ही में अपने नेतृत्व व व्यवसाय को अगले स्तर पर ले जाएं. विषय पर एक प्रेरणादायक और परिवर्तनकारी मेंटरशिप सत्र का आयोजन किया गया. इस अवसर पर वे मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे. कार्यक्रम में एएमए के अध्यक्ष रणजीत बंड, उपाध्यक्ष ब्रजेश सादानी, संयुक्त सचिव सुमित खडेलवाल, निदेशक गजेन्द्र काकपुरे, परेश राजा, कमलेश डागा, समित सिंगई, कार्यकारी प्रबंधक गौरी देशमुख तथा सदस्यों की उपस्थिति रही अपने नेतृत्व कौशल और व्यापारिक रणनीतियों को और निखारना हते थे, उन सभी का इस कार्यक्रम में सक्रिय सहभाग रहा. सत्र को और अधिक मूल्यवान युवा उद्यमियों की सक्रिय भागीदारी ने बनाया. युवा अपने पारिवारिक व्यवसाय को नई सोच के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध थे. आदित्य डागा, ध्रुव डागा, पार्थ राजा, अश्विन आलसी, गौरी आलसी, संजय पुरसवानी जैसे युवा उद्यमियों ने इसमें भाग लेकर उत्तराधिकार योजना की जानकारी हासिल की. सत्र का मुख्य आकर्षण ’नई पीढ़ी को व्यवसाय हस्तांतरण’ रहा.
जिसमें मोहता ने उत्तराधिकार योजना और संगठनात्मक वृद्धि के व्यवहारिक और रणनीतिक उपाय साझा किए, उन्होंने कार्य-जीवन संतुलन के लिए सिस्टम बनाने और जिम्मेदारियों का बुद्धिमानी से वितरण करने पर जोशदिया ने पर जोशदया साथ ही ज्ञान तभी शक्तिशाली होता है, जब उसका सही सम से इस्तेमाल किया जाए, नब्राचार तेज विकास के लिए आवश्यक है. शारीरिक और प्रानसिक स्वास्थ्य को सतत सफलता की नींव कहा. उपस्थित लोगों को अपनी आरामदायक सीमाओं से बाहर निकलने, मूल्योंव संस्कृति को बनाए रखने, लगातार पढ़ाई व कौशल उन्नयन की प्रेरणा दी. विशेष रूप से डिजिटल युग की पृष्ठभूमि में कार्यस्थल व घर दोनों में भूमिकाएं स्पष्ट रूप से परिभाषित करना ताकि संतुलन बना रहे, यह सुझाव भी दिया.
सदस्यों के लिए सत्र व्यवहारिक व प्रेरणादायी रहा. मोहता की सलाह से व्यवसाय को न सिर्फ विस्तार मिलेगा, बल्कि उत्तराधिकार योजनाओं को भी बेहतर ढंग से संरचित किया जा सकेगा. यात्रा केवल मौज-मस्ती के लिए नहीं, बल्कि नए विचार, तकनीक, ग्राहक और आपूर्तिकर्ता खोजने का एक जरिया है. प्रत्येक प्रमुख पद के लिए एक वैकल्पिक व्यक्ति तैयार रखें ताकि निर्भरता कम हो. हर विभाग में लीन मैनेजमेंट अपनाने की भी सिफारिश की गई, ताकि दक्षता बढ़े और अपव्यय घटे. मोहता ने टीम के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को भी प्रोत्साहित किया, जिससे नवाचार और उत्पादकता को बढ़ावा मिले.
कैजेन के सिद्धांत का उल्लेख करते हुए मुकुंद मोहता ने कहा कि छोटे-छोटे सुधार जोलंबे समय में बड़ा बदलाव लाते हैं. साथ ही के बहु-उत्पाद व बहु-कुशल टीमों निर्माण पर बल दिया, ताकि व्यवसाय तेजी से बदलते बाजार में टिकाऊ और लचीलापन बना रहे एएमए ने मुकुंद मोहता का आभार व्यक्त किया, सभी प्रतिभागियों के उत्स्फूर्त प्रतिसाद के लिए आभार व्यक्त किया, युवा उद्यमियों ने अपने विचार साझा किये. मोहटा के नेतृत्व और व्यवसाय पर आधारित सुझाव सीधे अमल नमें में लाने योग्य थे.
अच्छा कार्य करने वालों को प्रोत्साहन दें और खराब प्रदर्शन करने वालों को स्पष्ट फीडबैक दें. आराम क्षेत्र से बाहर निकलकर विकास को संभव बनाएं, और खुद उदाहरण बनकर टीम का नेतृत्व करें. व्यवसाय तनाव नहीं, संतोष का स्रोत होना चाहिए, कर्मचारियों को भागीदार बनाएं, मुनाफा साझा करें. पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ने के लाभों को स्वीकार किया, तो समय और संसाधनों की बचत होती है. साथ ही परिवार और काम में संतुलन बनाना, नवाचार करते रहना और सीमाएं तय करना भी बेहद जरूरी है. इस बात पर बल देने की बात सदस्यों ने कही.

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