जब भावी डॉक्टरों को गुजरना पडा पुलिस की कडी जांच से
शहर के 14 केंद्रों पर हुई नीट की परीक्षा

* 4897 परिक्षार्थी हुए परीक्षा में शामिल
* सभी परिक्षार्थियों की हुई कडाई के साथ जांच
* कडी जांच के चलते सहमें रहे परिक्षार्थी
अमरावती/दि.5– वैद्यकीय पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु नेशनल टेस्टींग एजेंसी (एनटीए) द्वारा ली जानेवाली नेशनल इलिजीबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट यानि नीट-यूजी-2025 का आयोजन कल रविवार 4 मई को किया गया था. जिसके तहत अमरावती शहर के 14 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा ली गई. जहां पर 4 हजार 897 छात्र-छात्राओं ने उपस्थित रहकर यह परीक्षा दी. नीट की परीक्षा में नकल सहित किसी भी तरह की अन्य गडबडी को रोकने हेतु सभी परीक्षा केंद्रों पर पुलिस का तगडा बंदोबस्त लगाया गया था और मेडीकल पाठ्यक्रम में प्रवेश इच्छा रखनेवाले भावी डॉक्टरों को पुलिस द्वारा की जानेवाली कडी जांच से होकर गुजरना पडा. जांच में बरती जानेवाली कडाई का आलम यह था कि, सभी छात्राओं के चप्पल व जूतों सहित कान की बाली, नाक की नथनी, हाथ की चूडी, ब्रेसलेट व अंगूठी तथा गले की चैन या मंगलसूत्र जैसी वस्तुओं तथा छात्रों के पर्स, रुमाल, घडी, गले की चैन, अंगूठी, बेल्ट, जैकेट, दुपट्टे, जूते व मोजे जैसी वस्तुओं को परीक्षा कक्ष से बाहर ही निकालने हेतु कहा गया. ऐसे में बेहद कडाई के साथ हो रही इस जांच-पडताल के चलते कई परिक्षार्थी काफी हद तक डरे-सहमें भी दिखाई दिए.
बता दें कि, गत रोज दोपहर 2 से शाम 5.20 बजे तक नीट की परीक्षा का आयोजन किया गया था. जिसके लिए सुबह 11 बजे से ही सभी परिक्षार्थी अपने-अपने परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने लगे थे. जिनमें अमरावती शहर सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से वास्ता रखनेवाले परिक्षार्थियों का समावेश था. परीक्षा केंद्रों पर पहुंचनेवाले सभी विद्यार्थियों की दोपहर 1.30 बजे तक बेहद कडाई के साथ जांच-पडताल की गई और कडी जांच-पडताल के बाद ही विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र के भीतर जाने दिया गया. इस परीक्षा हेतु अमरावती जिले के कुल 5010 विद्यार्थियों द्वारा अपना पंजीयन कराया गया था. जिसमें से 4897 परिक्षार्थियों ने उपस्थित रहकर यह परीक्षा दी. वहीं 113 परिक्षार्थी विविध कारणों के चलते इस परीक्षा में अनुपस्थित रहे.
* सभी परीक्षा केंद्रों पर दिखी परिक्षार्थियों की लंबी-लंबी कतारे
गत रोज सुबह 11 बजे से ही शहर सहित जिले के परिक्षार्थियों का अमरावती शहर में स्थित परीक्षा केंद्रों पर पहुंचना शुरु हो गया था, जिनकी दोपहर 1.30 बजे तक बेहद कडाई के साथ जांच-पडताल की गई और कडी जांच-पडताल के बाद ही परिक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों के भीतर प्रवेश की अनुमति दी गई. जिसके लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर पुलिस का बेहद तगडा बंदोबस्त लगाया गया था, तथा महिला व पुरुष पुलिस कर्मियों द्वारा परिक्षार्थी रहनेवाले छात्राओं व छात्रों की एक-एक कर जांच-पडताल करते हुए उन्हें भीतर जाने दिया जा रहा था. जिसके लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर परिक्षार्थियों की कतारे लगी दिखाई दी और चिलचिलाती धूप के बीच सभी परिक्षार्थियों को कतारबद्ध होकर जांच-पडताल हेतु अपनी बारी के आने का इंतजार करना पडा.
* किस परीक्षा केंद्र पर कितने परिक्षार्थी
एनटीए द्वारा गत रोज ली गई नीट-यूजी-2025 की परीक्षा में अमरावती जिले से 4897 परिक्षार्थी शामिल हुए. जिन्होंने अमरावती शहर में स्थित 14 परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित होकर भविष्य में डॉक्टर बनने की इच्छा रखते हुए परीक्षा दी. जिसके तहत शिवाजी सायंस कॉलेज में 634, ब्रिजलाल बियाणी कॉलेज में 695, विएमवी में 517, गव्हर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज में 236, विमलाबाई देशमुख कॉलेज में 518, गव्हर्नमेंट इंज़ीनिअरिंग कॉलेज में 232, भारतीय महाविद्यालय में 236, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर महाविद्यालय में 236, केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय में 237, नरसम्मा हिरैय्या महाविद्यालय में 234, डॉ. पंजाबराव देशमुख विधि महाविद्यालय में 234, डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एज्युकेशन हव्याप्रमं में 253, रामराव देशमुख कला महाविद्यालय में 203 तथा तक्षशिला महाविद्यालय में 332 परिक्षार्थियों ने उपस्थित रहकर नीट प्रवेश परीक्षा का पर्चा छुडाया.
* सभी परीक्षा केंद्रों पर रहा पुलिस का तगडा इंतजाम
नीट की परीक्षा में किसी भी तरह से नकल अथवा कोई अन्य गडबडी ना हो इस बात को ध्यान में रखते हुए शहर पुलिस आयुक्तालय द्वारा शहर में स्थित सभी 14 परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के लिहाज से बेहद कडे इंतजाम किए गए थे. जिसके तहत सुबह से ही सभी परीक्षा केंद्रों व उसके आसपास 100 मीटर के दायरे में रहनेवाले परिसर को निर्मनुष्य कर दिया गया था. पश्चात सुबह 11 बजे से परीक्षा केंद्रों पर पहुंचनेवाले विद्यार्थियों को कडी जांच-पडताल के बाद ही परीक्षा केंद्रों के भीतर जाने दिया गया और परीक्षा जारी रहने के दौरान किसी को भी परीक्षा केंद्र के भीतर जाने की अनुमति नहीं दी गई. यहां तक कि, शाम 5.20 बजे परीक्षा समाप्त होने के बाद भी किसी को भी बाहर से परीक्षा केंद्र के भीतर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी तथा शाम 7 बजे तक पुलिस के कडे बंदोबस्त के बीच सभी उत्तर पुस्तिकाओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया.





