‘आर्ट गैलरी’ विद्यार्थियों की प्रतिभा को बढ़ावा देने का मंच होगा – प्राचार्य देवेन्द्र ठाकरे

जिला परिषद स्कूल में ‘आर्ट गैलरी’ का उद्घाटन

नांदगांव पेठ/दि.15 – ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों में कला के प्रति जुनून होता है और उस कला को कायम रखना विद्यालय का कर्तव्य है. प्राचार्य देवेंद्र ठाकरे ने शनिवार को आर्ट गैलरी के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि विद्यार्थियों में अलग-अलग प्रतिभाएं होती हैं और आर्ट गैलरी उन प्रतिभाओं को आगे लाने का काम करेगी और यह आर्ट गैलरी एक ऐसा मंच होगा जो वास्तव में विद्यार्थियों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करेगा. विद्यार्थियों की छिपी प्रतिभा को उजागर करने तथा उनकी रचनात्मकता को सामने लाने के उद्देश्य से शुरू की गई अभिनव पहल ‘आर्ट गैलरी’ का उद्घाटन हाल ही में जिला परिषद माध्यमिक विद्यालय एवं जूनियर कॉलेज, नांदगांव पेठ में उत्साह के साथ किया गया. स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष इस आर्ट गैलरी का उद्घाटन वैशाली तायडे के हाथों हुआ.
इस गतिविधि में कक्षा 5 से 7 तक के विद्यार्थियों ने विभिन्न अपशिष्ट पदार्थों का रचनात्मक उपयोग कर सुन्दर कलाकृतियां बनाईं. पर्यावरण अनुकूल दृष्टिकोण से, छात्रों ने बेकार पड़ी वस्तुओं को नया जीवन दिया और उन्हें कलात्मक ढंग से निर्मित किया. यह कार्य न केवल सौंदर्य की दृष्टि से मनभावन था, बल्कि छात्रों की सरलता, विचार शक्ति और रचनात्मकता का भी एक बेहतरीन उदाहरण था. छात्रों ने मंडला कला और वारली चित्रकला में भी निपुणता हासिल की. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पत्रकार मंगेश तायडे, दिनकर सुंदरकर, स्कूल के प्राचार्य देवेंद्र ठाकरे, पूर्व प्राचार्य पवार, संतोष सातपुते सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे. गणमान्य व्यक्तियों ने आर्ट गैलरी में सभी कलाकृतियों का निरीक्षण किया और छात्रों के प्रयासों की सराहना की. पत्रकार मंगेश तायडे और दिनकर सुंदरकर ने अपने मार्गदर्शक भाषणों के माध्यम से छात्रों को प्रेरणादायक विचार प्रदान किए. उन्होंने कहा, ऐसी गतिविधियां छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती हैं. उन्होंने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की तथा उनके द्वारा प्रस्तुत कलाकृतियों का विशेष उल्लेख किया.
कार्यक्रम में उत्कृष्ट कलाकृति प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. इसके बाद कक्षा 5 वीं से 9 वीं के विद्यार्थियों के वार्षिक परिणाम घोषित किये गये. प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया. स्कूल के प्रधानाचार्य देवेन्द्र ठाकरे ने अपने दृष्टिकोण से स्कूल की शैक्षणिक प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने खेल, विज्ञान, सामान्य ज्ञान और संस्कृति के क्षेत्र में छात्रों की सफलता का हवाला देते हुए कहा, जिला परिषद स्कूलों के बारे में समाज में एक निश्चित धारणा है, लेकिन ये स्कूल भी प्रतिभाशाली छात्र पैदा कर रहे हैं. कला दीर्घा में आयोजित हॉबी कैम्प के लिए कला शिक्षक प्रशांत वाडीकर, व्यावहारिक अनुभव शिक्षिका स्वाति बोडाखे (तायडे) और खेल शिक्षिका चंदा इंगले ने कैम्प को सफल बनाने के लिए अथक परिश्रम किया. इस अवसर पर एस. ए. सोनुने, यू, एम. घारड, जयश्री इंगले, ज्योति नारखेड़े, आशिया शेख, ए. एस. बनसोडे, के. जे. शेख, वी. एम. गुरव, जी. बी. कोली, प्रणाली ढोणे, एस. आर. धरमठोक, जे. डी. आजडे, एम. एस. बागड़े, अशोक चाफले, संजय डांगे, रामकृष्ण उपरीकर, नितिन फालके, धनंजय देशमुख, प्रतिभा भुले, शीतल अटलकर सहित सभी शिक्षण तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारी, अभिभावक और छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित थे.

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