बच्चू कडू जुलाई में फोडेंगे चुनावी नारियल

शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव को लेकर शुरु की तैयारियां

अमरावती /दि.19– प्रहार जनशक्ति पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष व पूर्व विधायक बच्चू कडू द्वारा विधान परिषद हेतु अमरावती विभाग शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लडे जाने की चर्चा फिलहाल जोरों पर है. क्योंकि पूर्व विधायक बच्चू कडू द्वारा इस समय संभाग के विभिन्न शिक्षक संगठनों के साथ संपर्क करते हुए उनके प्रतिनिधियों से जमकर चर्चा की जा रही है. जिसके तहत गत रोज विधायक बच्चू कडू ने वर्धा पहुंचकर शिक्षक प्रतिनिधियों से चर्चा की. इस समय पत्रकारों द्वारा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लडे जाने की संभावना को लेकर पूछे गए सवाल पर बच्चू कडू ने कहा कि, शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में करीबन 15 से 20 हजार शिक्षक मतदाताओं से मुलाकात व चर्चा करने के उपरांत आगामी जुलाई माह में वे इसे लेकर कोई निर्णय लेंगे.
बता दें कि, अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र से लगातार चार बार विधायक निर्वाचित हो चुके बच्चू कडू को विगत विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पडा था. परंतु चुनाव हार जाने के बाद भी बच्चू कडू ने अपने पुराने अंदाज में किसानों व दिव्यांगों के मुद्दो को लेकर सरकार के साथ संघर्ष करना जारी रखा. इसके तहत बच्चू कडू ने बेहद आक्रामक रवैया अपनाते हुए कुछ दिन पूर्व कृषिमंत्री माणिकराव कोकाटे के सिन्नर स्थित निवासस्थान के समक्ष आंदोलन किया था और दिव्यांगों के मुद्दों को लेकर रायगड किले पर अन्नत्याग आंदोलन भी किया था. वहीं अब विगत कुछ समय से पूर्व मंत्री बच्चू कडू शिक्षकों की समस्याओं को लेकर मुखर होते दिखाई दे रहे है और उन्होंने प्रहार शिक्षक संगठन की ओर से आयोजित शिक्षक सम्मेलन में शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लडने का संकेत भी दिया था.
वहीं अब पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने मीडिया के साथ इस विषय को लेकर बातचीत करते हुए कहा कि, वे शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लडे, ऐसा कुछ शिक्षक संगठनों का आग्रह है. परंतु वे ऐसा करने से पहले संभाग के कम से कम 15 से 20 हजार शिक्षक मतदाताओं के घर जाकर उनसे प्रत्यक्ष बातचीत करेंगे तथा इस बारे में उनके विचार जानने के उपरांत कोई निर्णय लेंगे. इस समय बच्चू कडू का कहना रहा कि, उनका कोई नेता नहीं है और उन्होंने विधानसभा चुनाव के समय सर्वसामान्य जनता व मतदाताओं को ही अपना नेता माना. साथ ही अब वे शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता रहनेवाले शिक्षकों को अपना नेता मानते हुए उनसे प्रत्यक्ष संपर्क साध रहे है. इस समय उन्होंने यह भी कहा कि, वर्धा में अजय भोयर द्वारा शिक्षकों की समस्याओं को लेकर बेहतरीन ढंग से काम किया जा रहा है. ऐसे में वे अजय भोयर से मुलाकात करने हेतु वर्धा आए है.

* शिक्षा का व्यवसायीकरण हो बंद
इस समय बच्चू कडू का यह भी कहना रहा कि, इन दिनों शिक्षा के क्षेत्र का बडी तेजी के साथ व्यवसायीकरण हो रहा है तथा सर्वसामान्य जनता की पहुंच से पढाई-लिखाई दूर होती जा रही है. विद्यार्थी संख्या एवं वर्ग संख्या को आधार बनाकर बडे पैमाने पर शिक्षकों की कटौती की जा रही है तथा बडे पैमाने पर शालाएं बंद हो रही है. जिसके चलते भविष्य में हमारे आसपास अदानी व अंबानी जैसे लोगों की शालाएं खडी हो जाएंगी. जहां पर गरीब घर के बच्चे पैसों के अभाव में प्रवेश भी नहीं ले सकेंगे.

* धर्म की आड लेकर सरकार ने गरीबों की जेब से निकाले 40 लाख करोड
इस समय पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने यह आरोप भी लगाया कि, भाजपा के नेतृत्ववाली केंद्र सरकार ने देश को जाति व धर्म जैसे मुद्दों में फंसाकर देश की आम जनता की जेब से 40 लाख करोड रुपए निकाल लिए. पूर्व मंत्री बच्चू कडू के मुताबित विगत 12 वर्षों के दौरान दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतो में 40 फीसद की कमी आई. परंतु भारत में पेट्रोल व डीजल के दाम प्रति लीटर 15 रुपए बढा दिए गए और इस जरिए पेट्रोल व डीजल का व्यवसाय करनेवाली देश की 7 कंपनियों ने 7 लाख करोड रुपए कमाए. साथ ही साथ केंद्र सरकार को 40 लाख करोड का राजस्व मिला. इन बातों से आम जनता का ध्यान भटकाने हेतु सरकार ने इस दौरान जाति व धर्म के मुद्दों को जमकर हवा दी.

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