मराठी विश्वकोष निर्मिती के लिए लेखन कार्यशाला
120 से ज्यादा प्राध्यापकों एवं लेखक शामिल

* अध्यक्ष रवींद्र शोभणे की विशेष उपस्थिति
अमरावती/दि.20-मराठी विश्वकोष निर्मिती की प्रक्रिया के हिस्से के रूप में अमरावती में नोंदलेखन कार्यशाला संपन्न हुई. इस कार्यशाला में 120 से ज्यादा प्राध्यापकों एवं लेखकों की उपस्थिति रही. शिक्षाशास्त्र यह इस कार्यशाला का विषय था. मराठी भाषा को अभिजात भाषा के रूप में स्थान मिला है. इसलिए मराठी में सभी विषयों का ज्ञान उपलब्ध होने के लिए मराठी विश्वकोष निर्मिती मंडल द्वारा लगातार विविध विषयों के दस्त लेखन कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है.
मराठी भाषा विश्वकोष निर्मिती मंडल मुंबई और श्री शिवाजी शिक्षण महाविद्यालय, अमरावती के संयुक्त तत्वावधान में पंचवटी चौक स्थित शिवाजी शिक्षण महाविद्यालय में कार्यशाला ली गई. कार्यशाला का उद्घाटन मराठी विश्वकोष निर्मिती मंडल के अध्यक्ष डॉ. रवींद्र शोभणे के हाथों किया गया. उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता शिवाजी शिक्षण संस्था के उपाध्यक्ष एड. जयवंत उपाख्य भैयासाहेब पाटिल पुसदेकर ने की. इस अवसर पर जेष्ठ साहित्यकार डॉ. प्रभा गणोरकर, कौन्सिल फॉर टीचर एजुकेशन फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिक्षातज्ञ डॉ.के.एम.भांडारकर, मराठी विश्वकोष निर्मिती मंडल के विद्या व्यासंगी सहायक संतोष गेडाम, प्राचार्य डॉ.विनय राउत, कार्यशाला के समन्वयक प्रा. डॉ. संजय खडसे की मुख्य उपस्थिति रही. कार्यशाल के प्रथम सत्र में विश्वकोष में संपूर्ण जानकारी का लेखन कैसे करें, इस बारे में संतोष गेडाम ने पीपीटी के माध्यम से मार्गदर्शन किया. तथा डॉ. के.एम.भांडारकर, डॉ. शशिकला गायकवाड, डॉ. प्रभा गणोरकर ने विविध विषयों पर मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम अध्यक्ष भैयासाहेब पुसदेकर ने मराठी विश्वकोष के बारे में गौरवपूर्ण कथन कर कार्यशाला के लिए शुभकामनाएं दी.