शंकरबाबा की मानस कन्या दीपाली के मामा है नए सीपी
बुलडाणा में लावारिस मूकबधिर दीपाली के मामा बनकर निभाया था कर्तव्य

अमरावती/दि.20-वज्जर के पद्मश्री डॉ. शंकरबाबा की मानस कन्या दीपाली के मामा की जिम्मेदारी संभालते हुए बुलडाणा के तत्कालीन एसपी अरविंद चावरिया ने राष्ट्रीय कर्तव्य निभाने की भावना व्यक्त की थी. चावरिया अब अमरावती में पुलिस आयुक्त के रूप में पदभार संभालेंगे. अमरावती के नए सीपी के रूप में चावरिया आने पर शंकरबाबा सहित उनके 123 बच्चोें में हर्ष व्यक्त हो रहा है.
वज्जर के स्व. अंबादासपंत वैद्य मतिमंद मूकबधिर लावारिस बालगृह की कन्या दीपाली मूकबधिर होने से दो साल की थी तब लातूर रेलवे स्टेशन पर पुलिस को मिली. पुलिस ने उसके माता-पिता की तलाश भी की, किंतु उसके माता-पिता नहीं मिलने से बालकल्याण समिति के आदेश से वज्जर के अनाथों के नाथ शंकरबाबा पापलकर को सौंपा. बाबा ने उसे 7 वीं तक शिक्षा दिलवाई. दीपाली 25 साल की होने के बाद बाबा को उसके विवाह की चिंता सताने लगी. बुलडाणा अर्बन बैंक के संचालक राधेश्याम चांडक से बाबा ने दीपाली का विवाह करना है, उसके लिए अच्छा वर देखों, ऐसा अनुरोध किया. जिसके बाद चांडक ने जयपुर के आंगड परिवार के आशीष नामक मूकबधिर युवक को पसंद किया. और आशीष के साथ दीपाली का विवाह तय कर दिया. उल्लेखनीय है कि, शंकरबाबा ने बुलडाणा के जिलाधिकारी एस.रामामूर्ति व राजेश्वरी रामामूर्ति को बेटी के माता-पिता का मान दिया. और उन्होंने दीपाली का 5 जुलाई 2022 में कन्यादान किया. यह विवाह समारोह तमिल संस्कृति और राजस्थानी पद्धति से तथा महाराष्ट्रीयन रीतिरिवाज के अनुसार बुलडाणा में संपन्न कराया गया.
विवाह समारोह का बताया महत्व
पुलिस अधीक्षक अरविंद चावरिया ने बेटी के मामा की जिम्मेदारी लेकर कर्तव्य निभाया. इस विवाह समारोह के स्वागत समारोह में चावरिया ने विवाह समारोह का महत्व समझाया. उन्होंने कहा कि, एक दिव्यांग बेटी के मामा की जिम्मेदारी मुझे मिली. इस विवाह समारोह में मुझे जो सम्मान मिला, इसके लिए मैं कृतज्ञ हूं. आज दीपाली का पिहर रहने वाले जिले में पुलिस आयुक्त के रूप में चावरिया पदभार संभालेंगे.
शंकर बाबा से संवाद करेंगे
शंकरबाबा का कार्य प्रेरणादायक व सराहनीय है. बुलडाणा में कार्यरत रहते दौरान उन्हीं के कारण एक दिव्यांग बेटी के मामा के रूप में कर्तव्य निभाने का सौभाग्य मुझे मिला. अमरावती में आने के बाद शंकरबाबा से संवाद करेंगे.
–अरविंद चावरिया, पुलिस आयुक्त