दो मजदूरों का शिकार करने वाला बाघ किया गया पिंजरे में कैद

वनविभाग के दल ने चलाया था तलोधी-बालापुर परिक्षेत्र में अभियान

चंद्रपुर /दि.24– चंद्रपुर जिले में पांच माह में बाघ ने आतंक मचा रखा है. अब तक 22 लोगों का शिकार किया गया है. मई माह में 9 लोगो ंको बाघ ने मौत के घाट उतारा है. इसमें तेंदूपत्ता संकलन करने के लिए गये मजदूरों का समावेश है. नागभीड तहसील में दो लोगों का शिकार करने वाले टीएटीआर-224 नामक नरबाघ को 23 मई को सुबह 11.30 बजे वनविभाग के दल ने डार्ट मारकर गंगासागर हेठी बिट, सावर्ला रिट, शासकीय जमीन सर्वे नंबर-2 तलोधी-बालापुर वनपरिक्षेत्र में कैद कर लिया.
चंद्रपुर जिले में नागभीड तहसील के तलोधी वनपरिक्षेत्र में 15 अप्रैल को गंगासागर हेठी निवासी मारोती सखाराम बोरकर (45) और 18 मई को वाढोणा निवासी मारोती नकटू शेंडे (64) नामक व्यक्ति पर आलेवाही बिट परिसर में बाघ ने हमला कर शिकार किया था. इस घटना के बाद वनविभाग ने वरिष्ठों की अनुमती लेकर बाघ को पकडने के लिए अभियान चलाया. शुक्रवार को वनविभाग ने अभियान चलाकर इस नरभक्षी बाघ को कैद कर लिया. यह बाघ 8 साल का है. उसे पकडने के लिए अभियान में उपवन संरक्षक राकेश हेपट, सहायक वनसंरक्षक महेश गायकवाड, बायोलॉजिस्ट राकेश आहूजा, डॉ. रविकांत खोब्रागडे, पुलिस दल के शूटर अजय मराठे, वनपरिक्षेत्र अधिकारी अरुण कंनमवार, अरविंद माने, राजेश भरने, घनश्याम लोणबले ने अथक परिश्रम किया.

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