जामिया उम्मुल कुरा की हुई संग-ए-बुनियाद
मौलाना मुफ्ती सलमान मन्सूरपुरी के हाथों रखी गई पहली ईंट

अमरावती /दि.24– स्थानीय अल-मुशीर एजुकेशन एंड वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा वलगांव रोड स्थित नवसारी रिंग रोड पर जामिया उम्मुल कुरा आधुनिक मदरसे की नींव मौलाना मुफ्ती सलमान मन्सूरपुरी (देवबंद) के हाथों रखी गई. इस अवसर पर विदर्भ क्षेत्र सहित देशभर से आए अनेक प्रसिद्ध उलेमाओं और गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
बता दें कि, इस इस्लामी शिक्षण संस्थान को एक व्यापक दारुल उलूम के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें दारुल ़कुरआन, दारुल हदीस, दारुल इफ्ता के साथ-साथ इंग्लिश मीडियम हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल की भी सुविधाएं होंगी. इसका उद्देश्य आधुनिक शिक्षा और दीनी तालीम का बेहतरीन संगम प्रस्तुत करना है. कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे मुफ्ती सलमान मन्सूरपुरी के साथ शैख़ुल हदीस मौलाना सैय्यद महमूद अली (अकोला), मुफ्ती मोहम्मद आरिफ फलाही (गुजरात), मुफ्ती मोहम्मद रोशन कासमी (सोनोरी), मौलाना यूनुस खान (अमरावती), मुफ्ती मोहम्मद फुरकान (देवबंद) जैसे विद्वान उलेमाओं ने भी अपने विचार रखे.संस्था के सरपरस्त मुफ्ती फिरोज़ खान कासमी ने बताया कि जामिया का मुख्य उद्देश्य बच्चों को कुरआन, हदीस और इस्लामी तालीम के साथ-साथ दुनियावी (आधुनिक) शिक्षा भी देना है, ताकि छात्र आने वाले समय में समाज और देश की उन्नति मे योगदान दे,
उलेमाओं ने अपने संबोधन में इस बात पर बल दिया कि आज के दौर में इस्लामी तालीम के साथ आधुनिक शिक्षा का मिलाजुला ढांचा समय की आवश्यकता है. इस आयोजन को अमरावती के शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम के रूप में देखा जा रहा है.