सुपर स्पेशालिटी फेज- 3 हेतु सतत प्रयास

विधायक सुलभा खोडके ने कहा - मरीजों का तत्पर करें उपचार

* विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल समिति की सभा हुई                                                                                                    अमरावती/ दि. 26- विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल फेज- 3 के लिए शासन के पास सतत मांग की जा रही है, फालोअप लिया जा रहा है. शीघ्र निर्णय होने की संभावना है. मरीजो के लिए फंड की कमी नहीं होने दी जायेगी. यह जानकारी देते हुए विधायक सुलभा खोडके ने संदर्भ सेवा अस्पताल के मरीजाेंं को तत्पर उपलब्ध सुविधाओं से उपचार करने का आवाहन किया. वे अस्पताल की रूग्ण कल्याण नियामक समिति की सभा में बोल रही थी.
आज सोमवार 26 मई को हुई सभा की अध्यक्षता विभागीय आयुक्त श्वेता सिंघल की अध्यक्षता में अस्पताल के सभागार में हुई. अधीक्षक डॉ. अमोल नरोटे ने पिछली सभा का इतिवृत्त और बजट रखा. जिसे मान्यता दी गई. डॉ. नरोटे ने बताया कि र्अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ रही है. इसलिए प्रत्येक विभाग में बेड संख्या बढाई जानी चाहिए. फेज- 1 और फेज- 2 में यूरोलॉजी, किडनी ट्रांसप्लांट, नेप्रोलॉजी, पैडियाट्रिक विभाग, न्यूरो सर्जरी, कॉर्डियाक, कैंसर विभाग में रूग्ण संख्या बढने की जानकारी डॉ. नरोटे ने दी. उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने प्रस्ताव तैयार किया है. तब विधायक खोडके ने कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग से वे खुद संपर्क कर फालोअप लेगी.
उन्होंने बताया कि फेज- 3 में अस्पताल में गैस्ट्रोलॉजी, लीवर ट्रांसप्लांट, ईएनटी और त्वचा संबंधी बीमारियाेंं की यूनिट शुरू करने वे सर्वतोपरि प्रयत्न करेगी. सभा में जिला शल्य चिकित्सक डॉ.् दिलीप सौंदले, विशेष कार्य अधिकारी डॉ. मंगेश मेंढे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी सुरेश आसोले, सहायक अधीक्षक संजय जंगले, औषध अधिकारी सूरज चोरपगार, बिजली कंपनी के कार्यकारी अभियंता संजय सराटे, लोनिवि के कार्यकारी अभियंता रोहन पाटिल, जैव वैद्यकीय अभियंता अमोल वाडेकर, कार्यालय अधीक्षक एचएस सावले, हेमंत बनसोड, पुरूषोत्तम चौधरी, जीतेन्द्र पुरसे आदि उपस्थित थे.
* आयटीआय के पास की जगह
सभा में बताया गया कि अस्पताल के फेज -3 हेतु आयटीआय के पास की जगह का अवलोकन अति शीघ्र किया जायेगा. उसकी नापजोख कर स्ट्रक्चर तैया करने के बारे में लोनिवि को सूचित किया गया है. समिति अध्यक्ष डॉ. श्वेता सिंघल ने बारीश का मौसम देखते हुए अनेक सुविधा और मेंटेनन्स और मरम्मत के काम नियोजन प्राथमिकता से पूर्ण करने कहा. उन्होंने इसके लिए सीएसआर फंड देने के भी निर्देश दिए. डॉ. सिंघल ने कहा कि अस्थाई मरम्मत या जुगाड नहीं चलेगा. स्थायी हल निकालकर सभी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाए.

Back to top button