अब भाजपा विधायक परिणय फुके घिरे विवादो में
भाभी ने फुके परिवार पर लगाया प्रताडना का आरोप

नागपुर /दि.28- भाजपा विधायक परिणय फुके एवं उनके परिजनों के खिलाफ प्रीया फुके नामक महिला ने संपत्ति में हिस्से से वंचित रखने और मानसिक तौर पर प्रताडित करने का आरोप लगाया है. बता दें कि, प्रीया फुके विधायक परिणय फुके के दिवंगत भाई की विधवा पत्नी है. जिन्होंने आज नागपुर में पत्रवार्ता में अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए बताया कि, वर्ष 2022 में उनके पति संकेत फुके का निधन होने के बाद उनके जीवन में संघर्ष का दौर शुरु हुआ तथा तब से ही उन्हें परिणय फुके एवं फुके परिवार के सदस्यों द्वारा मानसिक तौर पर प्रताडित किया जा रहा है.
आज बुलाई गई पत्रवार्ता में प्रीया फुके ने बताया कि, उनका वर्ष 2012 में संकेत फुके के साथ विवाह हुआ था और उन्हें कुछ वर्ष बाद पता चला कि, संकेत फुके को पहले से ही किडनी संबंधि बीमारी थी एवं यह बात फुके परिवार द्वारा विवाह के समय उनसे छिपा ली गई थी. पश्चात दो वर्ष के बाद संकेत फुके की किडनी ट्रांसप्लांट की गई थी और फिर 2022 में संकेत फुके का निधन हो गया. इसके बाद से ही संकेत फुके की संपत्ति को लेकर विवाद शुरु हुआ. प्रीया फुके ने आरोप लगाया कि, उन्होंने जब अपने पति की संपत्ति में से जब अपने बच्चों के अधिकार हेतु हिस्सा मांगा तो उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराते हुए उन्हें मानसिक तौर पर प्रताडित करना शुरु किया गया. जिसके तहत एक्ट्रॉसीटी की धाराओं के तहत विगत डेढ वर्ष से अपराधिक मामले दर्ज किए जा रहे है और उन्हें बार-बार पुलिस स्टेशन में बलाया जाता है और उनके दो बच्चों सहित थाने में कई-कई घंटो तक बिठाकर रखा जाता है.
इसके साथ ही प्रीया फुके ने सबसे सनसनीखेज आरोप यह भी लगाया कि, राजनीतिक रसूख रखनेवाले विधायक परिणय फुके ने पुलिस प्रशासन पर जबरदस्त दबाव भी बनाकर रखा है. यही वजह है कि, परिणाय फुके के खिलाफ तमाम दस्तावेज, वीडियो क्लिप व अन्य सबूत देने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. जिसकी वजह से परिणय फुके का हौसला और भी अधिक बढ गया तथा परिणय फुके ने इन्हें मुंह बंद नहीं रखने पर अपने लोगों के जरिए घर में घूसकर बलात्कार करवाने की धमकी भी दी है. ऐसे में प्रीया फुके द्वारा लगाए गए आरोप के चलते नागपुर सहित समूचे राज्य में अच्छा-खासा हडकंप मचा हुआ है.
वहीं अब प्रीया फुके को समर्थन देने हेतु विधायक रोहिणी खडसे भी नागपुर पहुंच चुकी है. जिन्होंने कहा कि, यह मामला राजनीतिक नहीं है. बल्कि वे अपनी एक बहन को समर्थन देने हेतु आई है. साथ ही विधायक रोहिणी खडसे ने आरोप लगाया कि, सत्ताधारी दल से वास्ता रखनेवाले लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज नहीं होते. क्योंकि पुलिस कार्रवाई करने में टालमटोल करती है. अत: सरकार ने प्रीया फुके को ‘लाडली बहन’ समझकर मदद करनी चाहिए.