जल्द ही शहर के चप्पे-चप्पे पर रहेगी ‘तीसरी आंख’ की नजर
19 साल से अधर में लटके सीसीटीवी के प्रस्ताव को मिली रफ्तार

* अब तक पैसों की कमी के कारण योजना पडी थी प्रलंबित
* अब प्रमुख चौक-चौराहों व मार्गो पर कैमरे लगाने निधि को मिली मंजूरी
* नवनियुक्त सीपी अरविंद चावरिया ने अपनी पहली पत्रवार्ता में दी जानकारी
अमरावती/दि.5 – अमरावती शहर में अपराधों को नियंत्रित करने एवं प्रत्येक छोटी-बडी गतिविधि पर नजर रखते हुए ऐहतियात के तौर पर निगरानी व्यवस्था को सुदृढ करने के लिहाज से जल्द ही अमरावती शहर के सभी प्रमुख चौक-चौराहों एवं संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाते हुए संबंधित क्षेत्रों पर तीसरी आंख के जरिए नजर रखी जाएगी. जिसके लिए राज्य सरकार की ओर से आवश्यक निधि को मंजूरी दे दी गई है, इस आशय की जानकारी शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया द्वारा गत रोज अपने कक्ष में बुलाई गई पत्रवार्ता में दी गई.
इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, राज्य सरकार ने समूचे राज्य में पुलिस एवं संबंधित स्वायत्त निकायों को अपने-अपने क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाने हेतु 118 करोड रुपए की निधि देना मंजूर किया है. उस निधि में से अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय के हिस्से में आनेवाली रकम के जरिए अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र अंतर्गत सभी महत्वपूर्ण चौक-चौराहों एवं क्षेत्रों पर नजर रखने के लिए अत्याधुनिक व हाई क्वॉलिटी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.
* 19 वर्षों से अधर में लटका था मामला
विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर में प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का प्रस्ताव सबसे पहले सन 2006 में तत्कालीन पुलिस आयुक्त जगन्नाथ के कार्यकाल दौरान राज्य सरकार को भेजा गया था. जिसके उपरांत आए अलग-अलग पुलिस आयुक्तों ने इस प्रस्ताव में आवश्यक संशोधन करते हुए इसे दुबारा राज्य सरकार के पास भेजा. विशेष तौर पर पिछले पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने पूरे शहर का व्यापक स्तर पर विचार करते हुए विस्तारित प्रस्ताव पुलिस महानिदेशक के जरिए गृह विभाग को भेजा था. हालांकि इसके बावजूद हमेशा ही निधि की कमी रहने की बात आगे करते हुए इस परियोजना को ठंडे बस्ते में ही रखा गया. वहीं अब विगत 20 मई को ही अमरावती के शहर पुलिस आयुक्त के तौर पर जिम्मा संभालनेवाले मौजूदा पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने गत रोज अपने कार्यालय में बुलाई गई अपनी पहली पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि, सीसीटीवी कैमरे लगाने हेतु राज्य सरकार की ओर से निधि को मंजूरी मिल चुकी है और अब जल्द ही अमरावती शहर में सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.
* यातायात व्यवस्था को सुचारु करना पहली प्राथमिकता
इस पत्रवार्ता में शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने अमरावती शहर की अस्तव्यस्त ट्रैफिक व्यवस्था पर चिंता जताते हुए कहा कि, ट्रैफिक व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए शहर में हॉकर्स जोन को साकार किया जाना बेहद जरुरी है. जिससे यातायात व्यवस्था सुचारु होने के साथ ही अव्यवस्थित अतिक्रमण भी नियंत्रित होगा. इसके लिए मनपा प्रशासन के साथ बैठक कर बहुत जल्द विचारविमर्श किया जाएगा.
* जल्द बनाई जाएंगी नई पुलिस चौकियां
इस पत्रवार्ता में सीपी अरविंद चावरिया ने पुणे में कार्यरत रहते समय वहां पर शुरु की गई पुलिस चौकियों से मिले सकारात्मक परिणाम का उल्लेख करते हुए कहा कि, अमरावती शहर में भी बंद पडी पुरानी पुलिस चौकियों को दुबारा शुरु किया जाएगा. साथ ही साथ कुछ स्थानों पर नई पुलिस चौकियां भी स्थापित की जाएंगी. इसके अलावा शहर के लगातार हो रहे विस्तार को ध्यान में रखते हुए नए पुलिस थाने स्थापित करने के लिए भी तमाम आवश्यक प्रयास किए जाएंगे.
* गौवंश तस्करी व कटाई को रोकने कडे कदम
इस समय सीपी चावरिया ने बताया कि, अमरावती शहर में गौवंश तस्करी व गौवंश हत्या जैसे अपराधों को रोकने के लिए बेहद कडे कदम उठाए जा रहे है. जिसके तहत गौवंश पर नकली टैग लगाकर की जानेवाली गौवंश तस्करी के मामलो में लिप्त कई लोगों पर कार्रवाई की गई है. साथ ही जिलाधीश कार्यालय से समन्वय स्थापित कर नियोजन करते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है. इसके साथ ही सीपी चावरिया ने बताया कि, आगामी 7 जून को बकरीद का पर्व शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
* क्राईम ब्रांच यूनिट-1 ने जब्त किया 2.08 करोड का माल
सीपी अरविंद चावरिया ने इस पत्रवार्ता के दौरान अमरावती शहर पुलिस की अपराध शाखा यूनिट-1 द्वारा की गई कार्रवाईयों का ब्यौरा देते हुए कहा कि, जारी वर्ष में 1 जनवरी से लेकर अब तक क्राईम ब्रांच यूनिट-1 ने 40 मामलों की जांच के दौरान 2 करोड 8 लाख 42 हजार 166 रुपयों का माल जब्त किया. साथ ही 12 प्रकार के अपराधों में दर्ज मामलों की जांच के दौरान 67 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया. इन कार्रवाईयों में चोरी, सेंधमारी, जबरियां चोरी, वाहन चोरी, चैन स्नैचिंग, जुआं, शराबबंदी, गुटखा तस्करी व आयपीएल सट्टे के खिलाफ की गई कार्रवाईयों का समावेश रहा.