सुवर्ण पदक से सम्मानित महिला आरएफओ 40 दिन बाद निलंबित

जिले के प्रादेशिक वनसंरक्षक ने की कार्रवाई

अमरावती /दि.6– वन और वन्यजीव संवर्धन में उत्कृष्ठ कार्य करने पर 31 मार्च 2025 को वनमंत्री गणेश नाईक के हाथों सुवर्ण पदक से सम्मानित की गई महिला आरएफओ को केवल 40 दिन बाद निलंबित किया गया. निलंबित की गई महिला आरएफओ का नाम स्नेहल अवसरमल है. धुले के प्रादेशिक वनसंरक्षक नीनू सोमराज ने 30 मई को निलंबन के आदेश जारी किये.
धुले जिले के नवापुर के प्रादेशिक वनक्षेत्रपाल के रुप में कार्यरत स्नेहल अवसरमल पर शासकीय काम में लापरवाही और वित्तीय अनियमितता करने का आरोप है. इस संदर्भ में धुले के प्रादेशिक वनसंरक्षक नीनू सोमराज ने 30 मई 2025 को उनके निलंबन के आदेश जारी किये.

* फरवरी में जांच समिति गठित
नवापुर की वनक्षेत्रपाल स्नेहल अवसरमल के खिलाफ मिली शिकायत के बाद 24 फरवरी 2025 को त्रिसदस्यीय समिति गठित की गई थी. आरएफओ अवसरमल ने नवापुर प्रादेशिक में 26 लाख 61 हजार 230 रुपए तथा रोगायो में 18 लाख 46 हजार 92 रुपए ऐसे कुल मिलाकर 45 लाख 17 हजार 322 रुपए की अनियमितता किया रहने का आरोप किया गया है.

* प्रस्ताव की जांच किसने की?
वनविभाग ने मुख्य वनसंरक्षक की तरफ से उत्कृष्ठ करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के नाम की पुरस्कार के लिए सिफारिश मांगी जाती है. इस सिफारिश के मुताबिक गोपनीय रिपोर्ट, चरित्र, तकनीकी कार्यक्षमता, बुद्धिमत्ता और उनके द्वारा विकसित किये गये तकनीकी ज्ञान आदि का विचार कर पदक प्रदान करने के लिए चयन समिति तय करती है. ऐसा रहते स्नेहल अवसरमल के प्रस्ताव की जांच किसने की? ऐसा सवाल इस निमित्त उपस्थित होता है.

* चयन समिति के ध्यान में क्यों नहीं ला दिया?
– राजस्व व वनविभाग की राज्यस्तरीय पदक चयन समिति की बैठक प्रधान सचिव की अध्यक्षता में 9 नवंबर 2024 को संपन्न हुई थी. इस बैठक में वर्ष 2020-21, 2021-22 और 2022-23 वर्ष में प्राप्त हुए प्रस्ताव की जांच कर वर्षनिहाय पदक के लिए 79 अधिकारी और कर्मचारियों के नाम की सिफारिश की गई थी.
– इसमें आरएफओ स्नेहल अवसमल का वन, वन्यजीव संरक्षण में उत्कृष्ठ कार्य करने पर वर्ष 2022-23 के सुवर्ण पदक के लिए चयन किया गया था.

 

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