पूर्व विधायक भिलावेकर ने शासकीय कार्यालयों को दी औचक भेंट

अनेक अधिकारी व कर्मचारी दिखाई दिये गायब

* बीडीओ गायकवाड ने दिया शोकॉज नोटिस
अमरावती /दि.14– सप्ताह का पहला दिन आने पर भाजपा के मेलघाट जिलाध्यक्ष पूर्व विधायक प्रभुदास भिलावेकर ने कार्यकर्ताओं तथा पत्रकारों को साथ लेकर 6 शासकीय विभागों का निरीक्षण किया था. पंचायत समिति में बिना इजाजत के अथवा पूर्वसूचना नहीं देकर 14 कर्मचारी अनुपस्थित थे. अनुपस्थित रहने वाले इन कर्मचारियों को गटविकास अधिकारी विजय गायकवाड द्वारा कारण बताओ नोटिस दिया गया है. इसका जवाब न मिलने पर अनुशासन का उल्लंघन करने के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी दिये जाने से खलबली मच गई है.
अमरावती जिला मेलघाट के जिलाध्यक्ष प्रभुदास भिलावेकर ने 6 शासकीय कार्यालयों को भेंट देकर मस्टर के अनुसार उपस्थिती की जांच करने पर प्रत्येक विभाग में 80 फीसद कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये थे. लोकनिर्माण विभाग, लोकनिगौण उपविभाग (आदिवासी), मृदसंधारण, भूमिअभिलेख तथा उपविभागीय जलसंधारण विभाग में विभाग प्रमुख ही अनुपस्थित थे. पंचायत समिति कार्यालय में गटविकास अधिकारी विजय गायकवाड उपस्थित थे. कुल 14 कर्मचारी अनुपस्थित थे. प्रभुदास भिलावेकर द्वारा मस्टर देखने के बाद सभी का वेतन काटने और सेवा पुस्तिका में दर्ज करने के निर्देश गटविकास अधिकारी को दिये थे. इसके तहत बीडीओ गायकवाड ने अशोक धांडे (स्वास्थ्य), राजेंद्र खंडारे, प्रशांत तावडे, जितेन्द्र बारवान, आकाश उके, दिलीप पुरके, आकाश फुस्कलवाड, दीपक नाईकराव, जसोदा दहीकर, गजानन मोरे, रंजना धर्माले, नरेन्द्र ठाकरे, भारती वानखडे तथा नीता मेटकर को कारण बताओ नोटिस दी है. कार्यालय में दोपहर के 2 बजे तक यह सभी कर्मचारी अनुपस्थित थे. इसलिये भिलावेकर द्वारा हाजिरी बुक तथा उपस्थितों का मिलान किया था. इसलिये अनुपस्थित रहने वालों ने महाराष्ट्र जिला परिषद, जिला सेवा निगम 1967 के कानून का भंग किया हुआ है. इस संदर्भ में खुलासा देने की नोटिस दी गयी है. खुलासा संतोषजनक नहीं रहने पर प्रशासकीय कार्रवाई की जाएगी. उपरोक्त प्रस्ताव को अमरावती जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पास भेज दिया गया है. बीडीओ गायकवाड ने कार्य में तत्परता दिखायी, लेकिन अन्य विभागों के अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जा रही है. क्या इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो पाएगी? इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है.

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