‘शुभमंगलम्’ से ‘सावधान’, विवाह का झांसा देकर जालसाजी के मामले बढे

अमरावती /दि.16- इन दिनों विवाह का झांसा देकर आर्थिक, शारीरिक व मानसिक जालसाजी के मामले काफी अधिक बढ गए है. अमरावती शहर सहित जिले में विवाह करने के नाम पर किसी महिला अथवा उसके गिरोह द्वारा किसी युवक व उसके परिवार के साथ आर्थिक जालसाजी किए जाने की वारदाते घटित होती है. साथ ही साथ दो वर्ष पहले एक युवती फर्जी विवाह करने के बाद डेढ लाख रुपए लेकर भाग निकली थी.
विगत एक दशक के दौरान विवाहयोग्य युवतियों का प्रमाण कम हो जाने के चलते विवाहयोग्य युवकों को उनका विवाह कराने के नाम पर फांसा जाता है और उनके साथ आर्थिक जालसाजी भी की जाती है. यद्यपि इस वर्ष अमरावती शहर सहित जिले में ऐसी कोई घटना उजागर नहीं हुई है, परंतु राज्य के विविध हिस्सो में विवाह के नाम पर झांसा देनेवाली टोली सक्रिय रहने की जानकारी है. ऐसी टोलियों में महिलाओं का सहभाग अधिक रहने की बात सामने आई है.

* पांच माह में एक मामला दर्ज
वलगांव पुलिस थाना क्षेत्र में रहनेवाली 19 वर्षीय युवती को भगा ले जाकर उसे गुजरात में 2.60 लाख रुपयों में बेच दिया गया था. साथ ही उसकी गुजरात में ही रहनेवाले एक युवक के साथ जबरन शादी भी करा दी गई थी. पश्चात उक्त युवती ने जैसे-तैसे खुद को छुडाया और उसने अमरावती पहुंचकर वलगांव पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. इस मामले में पुलिस ने 29 मई को राजेश बेला (37, कनकोट, गुजरात) सहित 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला व उसकी 37 वर्षीय बेटी के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया था.

* विवाह का झांसा देकर अत्याचार
शहर सहित जिले में विवाह का झांसा देकर किसी युवक अथवा उसके परिवार के साथ जालसाजी का मामला तो घटित नहीं हुआ. लेकिन नाबालिग एवं 18 वर्ष से अधिक आयु वाली युवतियों के साथ शारीरिक शोषण की कई घटनाएं घटित हुई है. ऐसी घटनाओं के चलते कई नाबालिग लडकियां गर्भवती भी हुई और कुछ पर कुंआरी माता बनने की नौबत भी आन पडी.

* अमरावती शहर में विवाह का झांसा देकर किसी युवक के साथ जालसाजी की कोई घटना घटित नहीं हुई है. हालांकि एक 19 वर्षीय युवती को भगा ले जाते हुए उसे गुजरात में बेच दिया गया था और उसकी जबरन शादी करा दी गई थी. उक्त युवती अब सकुशल अपने घर पर है. इसके अलावा विवाह का झांसा देकर युवतियों व नाबालिगों के साथ हुए शारीरिक दुराचार वाले मामलो की जांच-पडताल की जा रही है.
पीआई दिप्ती ब्राह्मणे
महिला सेल प्रमुख

Back to top button