अक्तूबर से चार चरणों में निकाय चुनाव
मनपा और जिला परिषद इलेक्शन अलग- अलग !

* स्वराज्य संस्था चुनाव को लेकर बडी अपडेट
अमरावती/ दि. 23-महापालिका और जिला परिषद सहित स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के इलेक्शन की चातक पक्षी की तरह प्रतीक्षा कर रहे इच्छुकों के लिए चुनाव विभाग से बडी अपडेट सामने आयी है. अमरावती मंडल को मिले संकेतों व सूचनाओं के मुताबिक अक्तूबर से 4 चरणों में स्थानीय निकाय चुनाव हो सकते हैं. स्पष्ट है कि महापालिका और मिनी मंत्रालय अर्थात जिला परिषद के चुनाव अलग- अलग होंगे. याद दिला दे कि इस बार दिवाली अक्तूबर में ही है. जिससे वोटर्स की डबल दिवाली के आसार बताए जा रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि पिछले माह की 4 तारीख को देश की सबसे बडी अदालत ने तीन वर्षो से लटका निकाय चुनाव का मामला साफ कर दिया जब 4 माह के भीतर चुनाव करवाने के स्पष्ट निर्देश राज्य शासन को दिए. तब से चुनाव लडने के इच्छुक खुश हो गये हैं, जोश में आ गये हैं. उन सभी के लिए चुनाव विभाग से बडी अपडेट का दावा सूत्रों ने किया है.
क्या है अपडेट
नई अपडेट यह है कि चुनाव चार चरणों में होंगे. इससे राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग को सुभिता रहेगा. पालिका और ग्राम पंचायत के इलेक्शन अलग एवं महापालिका तथा जिला परिषद के इलेक्शन अलग. चार चरणों में होनेवाले चुनाव का प्रारंभ अक्तूबर के पहलेे सप्ताह से होने की प्रबल संभावना है. अर्थात गणेशोत्सव होते ही चुनाव तारीखों का ऐलान होगा. आयोग ने उसकी तैयारी कर ली है. अक्तूबर के पहले सप्ताह में वोटिंग रखा जा सकता है. 1 अक्तूबर को इस बार दशहरा का त्यौहार रहेगा.
यहा बता दें कि चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला परिषद और महापालिका में प्रभाग एवं सर्कल रचना प्रारंभ हो गई है. महापालिका में पिछली 2017 की प्रभाग रचना कायम रखी गई है. जिसकी बहु सदस्यीय प्रणाली भी यथावत रखे जाने से चुनाव आयोग का काम बडी मात्रा में आसान हो गया है. हालांकि वोटर लिस्ट में प्रत्येक प्रभाग में नये हजारों नाम जुडनेवाले हैं.
इसी सप्ताह प्रभाग रचना प्रारूप ?
अमरावती मनपा की प्रभाग रचना का प्रारूप चुनाव विभाग ने दिन रात एक कर तत्परता से तैयार कर लेने की खबर है. इसी सप्ताह प्रारूप विभागीय आयुक्त को सौंपा जा सकता है. हालांकि राज्य आयोग ने प्रभाग रचना प्रारूप के लिए सितंबर के पहले सप्ताह तक समय दे रखा है. मगर सूत्रों ने अमरावती मंडल को बतलाया कि तेजी से काम करते हुए प्रभाग रचना तैयार कर ली गई है. अब आगे की प्रक्रिया होगी. जिसमें प्रभाग रचना को लेकर आनेवाली आपत्तियों पर सुनवाई की प्रक्रिया होगी. जिसके अधिकार आयोग ने विभागीय आयुक्त को प्रदान किए हैं.





