अमरावती संभाग में आधी भी नहीं हुई बरसात
किसानों से लेकर सभी को तेज वर्षा की आशा

* 24 प्रतिशत ही हो पायी है बुआई
अमरावती/ दि. 24- अमरावती, नागपुर और छत्रपति संभाजी नगर संभाग में इस बार पहले मई तरबतर रहा. वही जून में बादलों के मुंह मोड लेने से कृषकों सहित सभी वर्ग चिंतित हो उठे हैं. शीघ्र तेज बारिश नहीं हुई तो पेय जल की भी समस्या हो सकती है. बुआई की बात करें तो अमरावती संभाग में केवल 22- 24 प्रतिशत बुआई हो सकी है. जबकि संभाग के छोटे बडे जलाशयों में पानी तेजी से घट रहा है. भूजल स्तर भी तेजी से कम हो रहा है. अमरावती संभाग में जून माह में औसतन 200 एमएम बरसात दर्ज होती है. इस बार 100 एमएम भी नहीं होने से खरीफ सीजन खतरे में बताया जा रहा है. यही हाल नागपुर और छत्रपति संभाजी नगर का होने का दावा सूत्रों ने किया है.
जुलाई मेें अच्छी बारिश ?
मौसम विभाग ने अंदाजा जताया कि जुलाई में पहले सप्ताह से ही तेज और अच्छी बरसात चहुंओर होगी. विशेषकर विदर्भ और मराठवाडा में घनघोर वर्षा के आसार बताए जा रहे हैं. इसलिए बुआई े लिए रूकने का भी मशवरा मौसम विभाग ने दिया था.
देरी से हो सकता नुकसान
उधर जानकारों ने बताया कि विदर्भ में सोयाबीन कपास और तुअर की बुआई मुख्य रूप से होती है. बुआई में विलंब के कारण समस्त फसल साइकिल बदल सकती है. अधिकांश किसानों ने कम वर्षा के कारण जून में बुआई डाल दी. जिससे अब आगे फसल कटाई में भी विलंब होगा. जबकि इस बार दिवाली सहित सभी प्रमुख त्यौहार समय से पहले आ रहे हैं. अक्तूबर में दशहरा और दिवाली है.
सरकार की बढी जिम्मेदारी
मौसम विभाग ने मानसून के जल्दी और भरपूर बरसने की संभावना व्यक्त की थी. किंतु विदर्भ और मराठवाडा को मानसून ने कुछ प्रमाण में दगा दे दिया है. इससे बुआई नहीं हो पायी है. फलस्वरूप राज्य शासन की जिम्मेदारी बढ गई है. सरकार को फसल बीमा के साथ ही बीजों, यूरिया, खाद की विलंबित सप्लाई सुनिश्चित करने कदम उठाने पडेंगे. फिलहाल तो क्षेत्र की खेतीबाडी संकट में नजर आ रही है.
* विभाग निहाय बारिश के आंकडे
विभाग बारिश प्रतिशत
कोकण 523.9 मिमी 103.2
पुणे 163.9 मिमी 107.6
नाशिक 105.9 मिमीु 100.5
अमरावती 57.4 मिमी 50.7
डॉ. संभाजी नगर 45.7 मिमी 41.0
नागपुर 40.0 मिमी 27.9





