किसानों की आवाज उठाने छत्रपति किसान संगठना की स्थापना
पत्रकार परिषद में संस्थापक अध्यक्ष प्रेम जवंजाल ने दी जानकारी

अमरावती/दि.26 – कृषि प्रधान इस देश में वर्तमान में हजारों किसानों की आत्महत्या हो रही है. लाखों के हाथों में काम देने की क्षमता वाला कृषि व्यवसाय अब किसान विरोधी नीति के कारण घाटे में चल रहा है. इसी के परिणाम स्वरुप किसानों के जीवन में निराशानिर्माण हो गई है. इस कारण कृषि व्यवसाय पर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष उपजीविका चलाने वाले घटकों को साथ लेकर एक जनआंदोलन खडा करने के मकसद से छत्रपति शेतकरी संगठना की स्थापना किये जाने की जानकारी संस्थापक अध्यक्ष प्रेम जवंजाल ने आज यहां आयोजित पत्रकार परिषद में दी.
प्रेम जवंजाल ने पत्रकार परिषद में बताया कि, इस संघटना में किसानों के प्रश्न के साथ महिला, दिव्यांग, कामगार, बेरोजगार और वरिष्ठ नागरिकों के प्रश्नों को शासन और सामज के सामने प्रस्तुत करने का हमारा प्रयास रहेगा. देश की वित्त व शासन व्यवस्था कुछ लोगों के हित संबंध संभालने में ही है. लोकतंत्र लोकाभिमुख हो और आम नागरिकों का जीवन सुखी होने के लिए विभिन्न मांगों को लेकर जल्द सत्याग्रह भी किया जाएगा. प्रेम जवंजाल ने बताया कि, परेशान किसानों को तेलंगना राज्य के मुताबिक प्रति एकड 12 हजार रुपए अनुदान देने और कर्ज मुक्त करने, महिलाओं की कर्तव्य निष्ठता पर समाज का विकास आधारित रहने से विकास काम में महिलाओं को प्राथमिकता देने, दिव्यांग अपने ही परिवार का घटक रहने से दिव्यांगों के अधिकार का प्राथमिकता से निर्वहन करने, कामगार और सुशिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों के रोजगार का प्रश्न हल करने के अलावा विकास असंभव रहने से उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने, वरिष्ठ नागरिकों की वृद्धावस्था सुखमय रहने के लिए समाज और सरकार की जिम्मेदारी समझकर उन्हें पोषण व स्वास्थ्य सुविधा देने तथा समाज के सभी घटकों को स्वास्थ्य व शिक्षा सुविधा का खर्च संविधान के प्रावधान के मुताबिक करने की मांग को लेकर यह सत्याग्रह किया जाएगा. पत्रकार परिषद में प्रेम जवंजाल, उपाध्यक्ष विजय लोखंडे, प्रदीप चौधरी, सचिव आशीष रघुवंशी, सहसचिव अन्ना आनंद शिवपेठ, कोषाध्यक्ष देवानंद गाजरे, सदस्य गजानन वालसे, गजानन मकेश्वर उपस्थित थे.





