4 जुलाई को पृथ्वी सूर्य से रहेगी सबसे दूर

अमरावती/दि.2-इस बार 4 जुलाई को पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी करीब 152 मिलियन किलोमीटर होगी. यह घटना इसलिए हो रही है क्योंकि सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की कक्षा गोलाकार है. इस लिहाज से पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी 150 मिलियन किलोमीटर है. खगोलविदों ने जानकारी दी है कि हर साल इन दिनों में थोडा बहुत अंतर हो सकता है. इस घटना को खगोल विज्ञान में ‘एपिहेलियन’ कहते हैं. सूर्य गर्म वायू का गोला है, जिसमें हाइड्रोजन से हीलियम बनने की प्रक्रिया दिन-रात चलती रहती है. सूर्य के केंद्र में हर सेकंड 657 मिलियन टन हाइड्रोजन जलती है, जिससे 652 मिलियन टन हीलियम बनता है. 45 मिलियन टन द्रव्यमान सौर ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है. सनस्पॉट सूर्य के उस भाग पर होते हैं, जहां तापमान कम होता है. इन धब्बों का चक्र 11 साल का होता है. इन धब्बों की खोज वैज्ञानिक श्वाबे ने 1843 में की थी. अब तक इन धब्बों के 23 चक्र पूरे हो चुके हैं. 24वां चक्र फरवरी 2008 में शुरू हुआ था. ये धब्बे मानव निर्मित उपग्रहों को प्रभावित करते हैं. हर 1 लाख साल में पृथ्वी 1 सेमी सूर्य की ओर खिंच रही है. मराठी विज्ञान परिषद के प्रवीण गुल्हाने और शौकिया खगोलीय अभ्यासक विजय गिरुलकर ने बताया कि इसके कारण न्यूयॉर्क शहर हर साल लंदन से 2.5 सेमी दूर जा रहा है.





