3 महिनो मे 767 किसान आत्महत्या
मदत व पुनर्वसन मंत्री ने दी. जानकारी.

मुंबई / दि.2– राज्य में इस वर्ष जनवरी से मार्च 3 महिनों के दौरान 367 किसान आत्महत्या ने मामले निदर्शन में आए ऐसी जानकारी मदत व पुनर्वसन मंत्री मकरंद पाटिल ने विधानपरिषद में पुछे गए सवाल के जवाब मे दी. मंत्री मकरंद पाटिल ने बताया कि किसान आत्महत्या के 767 मामलो में से 373 पात्र आत्महत्याग्रस्त 327 परिवारो को आर्थिक सहायता कि गई इनमें से 200 प्रकरण अपात्र ठहराए गए और 194 कि जांच प्रलंबित है.
विधानपरिषद मे विधायक डॉ. प्रज्ञा सातव, विधायक सतेज पाटिल, द्वारा उपस्थित किए गए तारांकित प्रश्न का उत्त्तर देते हुए मंत्री पाटिल ने बताया की किसान आत्महत्या के 373 पात्र प्रकरण में जिन्हें मदत नही मिली उन्हें मदत किए जाने की कार्रवाई प्रगती पर है. तथा प्रलंबित प्रकरण तत्काल हल करने की सूचना विभागीय आयुक्त को दी गई है.
पश्चिम विदर्भ के यवतमाल, अमरवती, अकोला, बुलढाणा व वाशिम जिले में 257 आत्महत्या के प्रकरण निदर्शन मे आए थे जिसमे पात्र 76 प्रकरणो में से 71 परिवारो को मदत दि गई 74 प्रकरण अपात्र ठहराए गए है. 107 प्रकरण जांच के लिए प्रलंबित है. ऐसी जानकारी मंत्री पाटिल ने दि. आत्महत्या प्रकरण में 1लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जाती है. जिसे बढाने का प्रस्ताव शासन के पास विचारधिन नहीं है. ऐसा भी उन्होंने स्पस्ट किया.





