पीठासीन कैसे कर सकते हैं टिप्पणी
तुपे के बयान पर वडेट्टीवार का आक्षेप

मुंबई/ दि. 4 – विधानसभा में स्पीकर की अनुपस्थिति में तालिका अध्यक्ष कामकाज संभालते हैं. उनका निष्पक्ष रहना आवश्यक है. ऐसे में तालिका सभाध्यक्ष चेतन तुपे द्बारा कुछ विधायकों द्बारा प्रस्ताव देने पर भी सदन में अनुपस्थित रहने पर राजकीय टिप्पणी की थी. इस पर कांग्रेस विधानमंडल नेता विजय वडेट्टीवार ने एतराज जताया है.
वडेट्टीवार ने कहा कि प्रस्ताव पर नियम 293 के तहत चर्चा हो रही थी. कृषि मंत्री अनुपस्थित थे. विभाग के अधिकारी भी मौजूद नहीं थे. फिर भी पीठासीन अध्यक्ष ने कामकाज जारी रखा था. जबकि कुछ सदस्य उपस्थित न रहने पर तालिका सभाध्यक्ष चेतन तुपे ने अध्यक्ष के आसन पर बैठकर सत्तापक्ष जैसी भूमिका रखी ? वडेट्टीवार ने सवाल उठाया कि तुपे को ऐसा करने का अधिकार है क्या ?. अध्यक्ष पद की गरिमा होती है. वहां से राजकीय बयानबाजी योग्य नहीं. 30 वर्षो से इस सदन में ऐसा कभी नहीं हुआ. स्पीकर राहुल नार्वेकर ने इसकी दखल ली और उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के आसन का उपयोग राजकीय उद्देश्य से नहीं होेने दिया जायेगा.





