महावितरण के सहायक अभियंता को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकडा

एसीबी दल की कार्रवाई

वरूड/ दि.5– नेट मीटर लगाने के लिए रिलीज ऑर्डर जारी करने के एवज में रिश्वत मांग रहे बिजली वितरण कंपनी के सहायक अभियंता को 3000 रुपए की रिश्वत लेते हुए शुक्रवार 4 जुलाई को एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने रंगे हाथों पकड लिया. इस कार्रवाई से शहर में खलबली मच गई. इस मामले में पुलिस ने अभियंता के खिलाफ अपराध दर्ज किया है. गिरफ्तार किए  ए अभियंता का नाम नितिन सुधाकर भगत है. प्राप्त जानकारी के अनुसार , स्थानीय शिकायतकर्ता की वरूड शहर के पांढुर्णा चौक क्षेत्र में कृष्णा सोलर एनर्जी के नाम से दुकान है. शिकायतकर्ता ग्राहकों को सोलर पैनल बेचता है और उन्हें स्थापित करने के साथ-साथ ग्राहकों को नेट मीटर भी उपलब्ध करवाता है. शिकायतकर्ता ने दो माह पहले शहर में दो ग्राहकों के घरों पर 2 किलोवैट प्रति सोलर पैनल सहित कुल 4 किलो वैट के सोलर पैनल लगाने का काम अपने हाथ में लिया था. शिकायतकर्ता ने दोनों ग्राहकों के नेट मीटर प्राप्त करने के लिए स्थानीय महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी कार्यालय में आवेदन भी दिया था. इस मामले में जब शिकायतकर्ता ने नेट मीटर के बारे में पूछताछ करने के लिए स्थानीय महावितरण कार्यालय में सहायक अभियंता से मुलाकात की तब सहायक अभियंता नितिन सुधाकर भगत ने कहा कि एक किलो वैट के 1 हजार रुपए लगेगे और 4 किलो वैट के 4 हजार रुपए लगेंगे. तब जाकर नेट मीटर की स्थापना के लिए रिलीज ऑर्डर जारी हो सकेंगे. इसके बाद शिकायतकर्ता ने मामले की शिकायत एसीबी कार्यालय जाकर दी. शिकायत के आधार पर एसीबी द्बारा 4 जुलाई को की गई सत्यापन जांच में सहायक अभियंता नितिन भगत 3 हजार रुपए में रिलीज ऑर्डर जारी करने तैयार हो गए. उन्होंने पंचों के सामने 3 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकार करते हुए उन्हें रंगे हाथ पकड लिया. वरूड थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. यह कार्रवाई एसीबी के पुलिस अधीक्षक मारूती जगताप, अप्पर पुलिस अधीक्षक सचिंद्र शिंदे, पुलिस उपधीक्षक सुनील किनगे, निरीक्षक निलीमा सातव के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक चित्रा मेसरे, योगिता ठाकरे, जवान शैलेश कडू, आशीष जांभोले, उपेंद्र थोरात, वैभव जायले, सतीश किटूकले, राजेश बहीरट आदि ने की.

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