लड़कियों की पढ़ाई लिखाई जरूरी पर हमारे संस्कार उससे भी ज्यादा जरूरी आरती जाजू

माहेश्वरी संगठन और सेवा मंच का पुरस्कार वितरण

अमरावती/ दि. 7-महेश नवमी के शुभ अवसर पर श्री माहेश्वरी सेवा मंच परिवार तथा अमरावती जिला माहेश्वरी संगठन के संयुक्त तत्वावधान में निबंध स्पर्धा का आयोजन विदर्भ स्तर पर लिया गया था पर संपूर्ण भारत से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिस कारण यह प्रतियोगिता अखिल भारतीय स्तर की हो गई ! परिणय बंधन में बढ़ती उम्र चिंता का विषय इस विषय पर स्वर्गीय शशिकांत जाजू भूतपूर्व अध्यक्ष विदर्भ प्रदेश माहेश्वरी युवा संगठन के पावन स्मृति में यह कार्यक्रम लिया गया था जिसमें बतौर प्रमुख अतिथि श्रीमती आरती जाजू अकोला ,अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विनोद कलंत्री तथा श्रीमती केसरबाई लाहोटी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय़ जी भांगड़िया के उपस्थिति में एवं अमरावती जिला माहेश्वरी संगठन के अध्यक्ष अशोक राठी की अध्यक्षता में रविवार को पुरस्कार वितरण राठी एजुकेशन हब के हॉल में रखा गया था.
निबंध प्रतियोगिता में प्रथम 5000 द्वितीय3000 तथा तृतीय2000 एवं प्रोत्साहन पर पुरस्कार1000 रखा गया था जिसमें प्रथम अर्पणा मुंदड़ा, द्वितीय विजया जाजू यवतमाल तथा राजकुमार जाजू वर्धा को पुरस्कृत किया गया. तृतीय पुरस्कार उमा जाजू अमरावती एवं प्रोत्साहन पर पुरस्कार सौ रंजना पसारी अंजनगांव ने प्राप्त किया.
विनोद कलंत्री ने कहा कि बहुत ही ज्वलंत विषय रखा गया है क्योंकि आज बेटा बेटियों की विवाह की उम्र 30 से 35 वर्ष होने पर भी विचार नहीं किया जाना भविष्य में खतरे की घंटी है. जिसे समाज ने विचार मंथन करके सुलझाना बहुत जरूरी है. श्रीमती केसरबाई लाहोटी महाविद्यालय के प्राचार्य विजय भांगडिया ने कहा कि बच्चियां ज्यादा पढ़ लिख जाना बहुत अच्छा है पर आज हमने हमारी समाज व्यवस्था बदल कर रखी है. पूर्व में जब मेरी शादी हुई थी तो हमारे दादा-दादी ही रिश्ते तय करते थे आज रिश्ता तय करने में दादा-दादी की बात तो दूर माता-पिता की मर्जी ही नहीं चलती और यही विषय बहुत घातक होता जा रहा है क्योंकि 30 से 35 वर्ष तक शादी का ना होना और उसके पश्चात जब शादी जुड़ती है. श्रीमती आरती जाजू ने डॉ भांगडिया के शब्दों को ही आगे बढ़ाते हुए कहा बेटियों का पढ़ना अवश्य भावी है,अपने पैर पर खड़ा रहना बहुत जरूरी है पर आज बेटिया मैं स्वयं कमा रही हूं मैं किसी की क्यों सुनु इस अहंकार में आने के कारण स्वयं अपने माता-पिता की भी बात सुनने से इंकार करती है और उसी का दुष्परिणाम आज समाज में दिख रहा है कि हमारी बेटी किसी के भी साथ पलायन कर रही है!माता-पिता जब रिश्ता देखते हैं तब उन्हें पढ़ा लिखा,ऊंचे पैकेज वाला, घर में खेती बाड़ी जरूरी,स्वयं का आलीशान मकान जरूरी,लड़का अकेला हो यह जरूरी इतना देखते हैं और जब लड़की पलायन करती है तो एक कमरे के घर में रहना और मुंह पर पर्दा डालना भी मंजूर कर लेती है. इसे मैं हमारी पीढ़ी की यानी माता-पिता की नाकामी मानूंगी.
स्पर्धा का परीक्षण प्रा डॉ. ज्योति भूतड़ा,सुश्री अनीता मंत्री,प्राचार्य लीला झंवर ने बखूबी निभाया. इन्हें भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।इसी कार्यक्रम में अमरावती जिला माहेश्वरी संगठन द्वारा महेश नवमी उत्सव 2025 के उत्कृष्ट आयोजन हेतु सभी तहसील अध्यक्षों को बुलाकर सम्मान चिह्न दिया गया।इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु श्री माहेश्वरी सेवा मंच अध्यक्ष सुनील मंत्री,अमरावती जिला माहेश्वरी संगठन के अध्यक्ष अशोक राठी दोनों ही संगठनों के संयुक्त सचिव संजय भूतड़ा , सेवा मंच की कार्यकारी अध्यक्ष सौ रजनी राठी,कार्यकारी सचिव सौ चेतना चांडक,श्री माहेश्वरी सेवा मंच तथा संयोजक सर्व सौ संगीता राठी ,प्रा डॉक्टर ज्योति भूतड़ा, सौ शीतल बूब ,सौ मनीषा राठी साथ ही संतोष राठी,रोशन सदानी ,सौ चंदा भूतड़ा, अंकिता पानपलिया,सिद्धार्थ पानपलिया,दिनेश चांडक एवं श्री माहेश्वरी सेवा मंच के समस्त कार्यकर्ताओं ने भरपूर योगदान दिया। इस कार्यक्रम में मंच संचालन सौ नीता मूंदड़ा ने किया. इस कार्यक्रम में श्री माहेश्वरी सेवा मंच परिवार के संस्थापक अध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम मुंदड़ा,श्री ओमप्रकाश चांडक,श्री रामप्रकाश गिल्डा,विदर्भ प्रादेशिक प्रचार प्रसार प्रमुख डॉ सूर्यप्रकाश मालानी, धामनगांव तहसील अध्यक्ष एवं सचिव मुकेशजी राठी,प्रेमजी टावरी,धामनगांव राजस्थानी हितकारक संघ के अध्यक्ष एवं सचिव चांदूर रेलवे अध्यक्ष श्री किशोरजी गंगन, भातकुली तहसील अध्यक्ष प्रमोदजी राठी, अशोकजी सोनी,माजी विदर्भ अध्यक्ष रमेशचंद्रजी चांडक, राजेशजी गंगन,श्री ओमप्रकाशजी नावंदर, महिला मंडलों के पदाधिकारियों में श्रीमती वर्षा मालू, सौ प्रभा झंवर,आशा राठी, रुचिता जाखोटिया, कविता मोहता,रचना सुधा, साधना गट्टाणी,सुषमा भूतड़ा,कल्पना राठी,राधा मूंदड़ा,रश्मि राठी,उर्मिला कलंत्री, वीणा चांडक,ऊषा राठी,किरण मूंदड़ा, नवयुवक मंडल के अध्यक्ष सचिव श्री कल्पेश भट्टड , मोहित सारडा ,अकोला से आरती जाजू के साथ चेतनज़ी चांडक, दीपकजी भैय्या,सौ सुशीला गांधी, घनश्यामदासजी गांधी, मधुसूदन डागा,शंकर लाहोटी,अर्चना लाहोटी,महेंद्र बूब, संजय जाजू,शिल्पा राठी,सतिष माहेश्वरी,संतोष राठी, प्रिया सादानी,प्रिती गांधी, उमेश गांधी, प्रमोद राठी ,बिहारी बूब, चंद्रशेखर भूतड़ा, शिला डागा,अलका जाजु अंकिता पनपालिया,सिद्धांत पनपालिया,प्रिया सादानी,जुगलकिशोर राठी, दिनेश चांडक,मनीषा राठी, संगीता टवाणी, राजकुमार टवानी, जीवन मुंदड़ा, सीताराम राठी,संगीता राठी,रामप्रकाश गिल्डा, बिहारी बुब,डॉ भूतड़ा उपस्थिति थे. आभार प्रदर्शन सौ चेतना दिनेश चांडक कार्यकारी सचिव ने किया.
डॉ. प्रा ज्योति भूतड़ा ने महेश वंदना से इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई . द्वीप प्रज्वलन तथा भगवान भोलेनाथ एवं विठ्ठल रुक्माई के मूर्ति का माल्यार्पण उपस्थित अतिथियों द्वारा किया गया कार्यक्रम में सर्वप्रथम श्री माहेश्वरी सेवा मंच के अध्यक्ष सुनील मंत्री ने सेवा मंच के उद्देश्य और स्थापना से लगाकर 25 वर्षों के प्रगति का अहवाल प्रस्तावना के रूप में कार्यक्रम पटल पर रखा.

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