तेज बारिश में उत्साह के साथ लगातार बढते कदम

बच्चू कडू की पदयात्रा को मिल रहा जबरदस्त प्रतिसाद

* तीसरे दिन की पदयात्रा के साथ जुडे वारकरी
* गांव-गांव में पदयात्रा का हो रहा उत्स्फूर्त स्वागत
* ढोल-नगाडे के साथ हो रही बच्चू कडू की अगवानी
* जगह-जगह फल एवं चाय-पानी के वितरण की व्यवस्था
* किसान कर्जमाफी होने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान
अमरावती /दि.9- संपूर्ण कर्जमाफी करते हुए किसानों का सातबारा कोरा करने की प्रमुख मांग को लेकर विगत 7 जुलाई से पदयात्रा पर निकले बच्चू कडू और उनके समर्थकों का उत्साह तेज बारिश के बीच भी जबरदस्त बना हुआ है और तेज बारिश के बावजूद बच्चू कडू अपने समर्थकों के साथ पदयात्रा करते हुए लगातार आगे बढ रहे है. जिसके तहत आज अपनी पदयात्रा के तीसरे दिन बच्चू कडू ने मानकी गांव से पैदल आगे बढना शुरु किया. इस समय जहां बच्चू कडू के साथ प्रहार पार्टी के पदाधिकारी व सैकडों किसानों सहित गत रोज ही पदयात्रा के साथ जुडे दर्जनो भेडपाल पैदल चल रहे थे. वहीं आज की पदयात्रा के साथ वारकरी पथक भी जुड गए. जिसके चलते इस पदयात्रा का स्वरुप और भी विशाल हो गया. विशेष उल्लेखनीय यह रहा कि, पूरा समय तेज बारिश जारी रहने के चलते जहां पूर्व मंत्री बच्चू कडू अपने शरीर पर रेनकोट वाला जैकेट पहनकर चल रहे थे, वहीं कई लोग रेनकोट व छाता धारण कर इस पदयात्रा में शामिल हुए थे और किसी के भी उत्साह व हौसले में कोई कमी नहीं थी
* पांच किमी नंगे पांव चले बच्चू कडू
विशेष उल्लेखनीय यह रहा कि, इस पदयात्रा के दौरान पूर्व मंत्री बच्चू कडू करीब पांच किमी तक कंकड-पत्थर से भरे रास्ते पर नंगे पांव भी चले. जिसे लेकर बच्चू कडू का कहना रहा कि, हमारे किसान बारिश के इस मौसम दौरान नंगे पांव ही अपने-अपने खेत-खलिहानों में भीगते हुए काम करते है. ऐसे में किसानों की वेदनाओं व तकलिफों को समझने के लिए उन्होंने इस पदयात्रा के दौरान पांच किलोमीटर नंगे पांव चलने का निर्णय लिया.
* तलेगांव में लोकवर्गणी से चला लंगर
पूर्व मंत्री बच्चू कडू के साथ पदयात्रा में शामिल करीब दो हजार लोगों के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था करने हेतु आज दारव्हा तहसील के तलेगांव में ग्रामिणों ने लोकवर्गणी यानि जनचंदा जमा करते हुए लंगर का इंतजाम किया और बच्चू कडू की पदयात्रा के तलेगांव पहुंचते ही उनके साथ पदयात्रा में शामिल सभी लोगों की ढोल व नगाडों के बीच अगवानी करते हुए उन्हें सम्मानपूर्वक तलेगांव लाया गया और फिर सभी को बेहद आत्मियतापूर्वक भोजन भी कराया गया. जिसके बाद यह पदयात्रा दारव्हा के लिए रवाना हुई. साथ ही आज इस यात्रा का रात्रि विश्राम वलसा गांव में रहेगा. जहां से कल चौथे दिन यह पदयात्रा आगे के लिए रवाना होगी.
* किसानों के साथ ही भेडपालों के लिए करेंगे संघर्ष
अपनी इस पदयात्रा के दौरान पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने एक भेडपाल के आग्रह पर उसके घर पहुंचकर गरमागरम चाय का आस्वाद लिया. इस समय बच्चू कडू ने कहा कि, किसानों की तरह भेडपालों की स्थिति भी बेहद बिकट है. भूमिहीन रहनेवाले भेडपालों के पास अपनी भेड-बकरियों की चराई के लिए भी जमीन उपलब्ध नहीं है. वहीं उन्हें वन विभाग की ओर से भी पाबंदियों व कार्रवाईयों का सामना करना पडता है. साथ ही उन्हें सरकार की ओर से किसी भी तरह की कोई सहायता नहीं मिलती. ऐसे में अब वे किसानों के साथ-साथ धनगरों की मांगों व समस्याओं के लिए भी अपनी अंतिम सांस तक संघर्ष करेंगे.
* बुजुर्ग महिला को बच्चू ने दिया घर बनाकर देने का आश्वासन
अपनी इस पदयात्रा के दौरान गत रोज लोही बाजार गांव से गुजरते समय पूर्व मंत्री बच्चू कडू को एक बुजुर्ग महिला अपने कच्चे मकान में लाचार बैठी दिखाई दी, तो बच्चू कडू ने तुरंत उस बुजुर्ग महिला के पास पहुंचकर उनसे चर्चा की और उनकी दिक्कतो को जाना. इस समय उक्त महिला व उसके घर के हालात का जायजा लेते हुए बच्चू कडू ने उक्त बुजुर्ग महिला को जल्द ही पक्का मकान बनाकर देने का वायदा किया और कहा कि, जब तक बच्चू जिंदा है, तब तक मां को कोई फिक्र करने की जरुरत नहीं है.
* पिता को जिंदा रखने बेटा भी मैदान में
इस पदयात्रा में एक किसान अपने बच्चे को अपने कंधों पर बिठाकर शामिल हुआ था और पिता के कंधे पर बैठा बच्चा इस पदयात्रा को बडी उत्सुकता के साथ देख रहा था. पिता-पुत्र की यह जोडी सभी के आकर्षण का केंद्र रही. जिन्हें देखकर यह चर्चा भी चली कि, अपने पिता के हक की लडाई के लिए बेहद कम उम्र में बेटा मैदान में उतरा है.

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