एमएमसी अंतर्गत होमियोपैथी डॉक्टरों का पंजीयन अन्यायकारक
आईएमए, स्त्रीरोग व प्रस्तूतिशास्त्र विशेषज्ञ संगठन ने कियाा विरोध

* जिलाधीश को मुखमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
अमरावती /दि.9- महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल (एमएमसी) के तहत होमियोपैथिक डॉक्टरों के पंजीकरण की अनुमति देने से सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे में आने की संभावना है. अगामी 15 जुलाई से इस आदेश पर अमल किया जाएगा शासन द्वारा लिए गए इस फैसले को तत्काल रद्द करने की मांग आईएमए, स्त्रीरोग व प्रसूतिशास्त्र विशेषज्ञ संगठन ने की हेै मंगलवार को जिलाधीश कार्यालय पहुंचकर आईएमए, स्त्रीरोग व प्रसुतिशास्त्र विशेषज्ञ संगठन ने जिलाधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञानप सौंपा. इस ज्ञापन द्वारा उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र मेडिकल काउसिंल (एमएमसी) के तहत पंजीकृत योग्य एलोपैथिक चिकित्सा व्यवसायी (एमबीएम और उपसे उपर) है. महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल द्वारा 30 जून को जारी अधिसूचना के बारे में गहरी पीडा और चिंता हो रही है. इस निर्णय ने आधुनिक चिकित्सा एवं चिकित्सकों के समुदाय को संकट, आघात और अशांति में डाला है. एमएमसी एक वैधानिक निकाय है जो आधुनिक चिकित्सा में वेैध एमबीबीएस और उच्च डिग्री रखने वाले एलोपैथिक डॉक्टरों के पंजीकरण, विनियमन और नेैतिक निगरानी के लिए विशेष रूप से गठित है. होमियोपैथिक चिकित्सक चिकित्सा की एक पूरी तरह से अलग धारा से संबंधित हैं और महाराष्ट्र होमियोपैथी परिषद द्वारा एक अलग निकाय द्वारा विनियमित है. एक पूरी तरह से अलग धारा से चिकित्सकों को इसमें शामिल करना एलोपैथिक चिकित्सा पेशे मेे अनुशासन, मानकों और सर्वाजनिक विश्वास, के लिए एक सीधा, खतरा है. शासन द्वारा तत्काल हस्तक्षेप कर इस अन्यायपूर्ण और खतरनाक निर्णय को वापस लिया जाए, होमियोपैथिक चिकित्सक अपनी स्वयं की परिषद के अधीन रहें और उन्हें एमएमसी के तहत पंजीकरण की अनुमति न दी जाए, ऐसा न होने पर राज्य के हजारों चिकित्सकों के पास चिकित्सा पेशे की परित्रता को बनाए रखने और सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए लोकतंत्रिक विरोध, धरना और आंदोलन शुरू करने की अलावा कोई विकल्प नहीं रहेंगा. यदि यह अधिकसूचना वापस नहीें ली जाती है तो शुक्रवार, 11 जुलाई को सुबह 8 बजे से अगले दिन सुबह 8 बजे तक 24 घंटे के लिए सभी स्वास्थ्य सेवाएं (आपाकालीन सेवाओं को छोडकर) बंद रखी जाएंगी, ऐसी चेतावनी भी दी है ज्ञापन सौंपते समय डॉ. अलका कुथे, डॉ. राधा सावेदकर, डॉ.दिनेय वाघाडे डॉ.वसंत लुंगे, डॉ. विजय कुथे डॉ. अनिल रोहनकर, डॉ. पूनम बेलोकार, डॉ. ललिता डोले, डॉ. रोहित गनेडीवाल, डॉ. विनीत अवसारमोल, डॉ तृप्ति दानखेडे, डॉ. शोभा पोटोडे, डॉ. शर्मिष्ठा बेले, डॉ. रोहन बोबडे, डॉ. भुपेश भोंड, आईएमए अध्यक्ष डॉ. संतोष कदम, सचिव डॉ. अनिल आव्हाड डॉ. विलास भोले, डॉ. मयूर सरोदे, डॉ पंकज गायकवाड, डॉ नवनाथ घुगे, डॉ. गोपाल लामतुरे आदि उपस्थित थें.





